पूंजीपतियों के इशारे पर रेलवे को बेचने की साजिश कर रही है केंद्र सरकार: आरपी भटनागर

वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ का 10वां द्विवार्षिक अधिवेशन सोमवार को जबलपुर में एनएफआईआर के कार्यकारी अध्यक्ष संघ के अध्यक्ष डॉ आरपी भटनागर की अध्यक्षता में प्रारंभ हुआ। दो दिवसीय अधिवेशन के प्रथम दिन मुख्यालय कार्यकारिणी की बैठक संघ मुख्यालय कार्यालय में आयोजित हुई।

संघ के महामंत्री अशोक शर्मा व संघ प्रवक्ता सतीश कुमार ने बताया कि बैठक में विशेष रुप से डॉ एम.राघवैया, राष्ट्रीय महामंत्री, एनएफआईआर ने संबोधित करते हुये कहा कि कोरोना की आड़ में सरकार कर्मचारियों की सुविधाओं में कैंची चला रही है। कर्मचारियों का मंहगाई भत्ता डेढ़ साल तक रोक से लगाकर बढ़ती मंहगाई से मेहनतकश रेल कर्मचारियों का बजट गड़बड़ा गया है। एनएफआईआर लगातार रेलवे बोर्ड व रेलमंत्री पर दबाव बना रही है कि कर्मचारियों के मंहगाई भत्ते समेत अन्य रोके गये भत्तो को बहाल कर एरियर्स दिया जाये।

डॉ आरपी भटनागर ने कहा कि केन्द्र सरकार पूंजीपतियों के इशारे पर रेलवे को बेचने की साजिश कर रही है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में संघ के कोषाध्यक्ष अनुज तिवारी, संयुक्त महामंत्री एसके वर्मा मंडल अध्यक्ष एसएन शुक्ला , मंडल सचिव डीपी अग्रवाल, मंडल अध्यक्ष भोपाल राजेश पांडे, महिला अध्यक्ष अंशु भटनागर, महिला महामंत्री सविता त्रिपाठी, अवधेश तिवारी, आरए सिंह, जीपी सिंह, एमएस पुरी आदि उपस्थित रहे।

अधिवेशन का मुख्य कार्यक्रम व समापन 22 दिसम्बर को एनएफआईआर के कार्यकारी अध्यक्ष व संघ के अध्यक्ष डॉ आरपी भटनागर की अध्यक्षता में प्रातः 10 बजे से सीनियर रेलवे इंस्टीट्यूट जबलपुर में आरंभ होगा, जिसमें केन्द्रीय कार्यकारिणी बैठक व सामान्य सभा, खुला अधिवेशन, मुख्यालय कार्यकारिणी का चुनाव के साथ समापन होगा।

मुख्यालय कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ एम . राघवैय्या, राष्ट्रीय महामंत्री एनएफआईआर नई दिल्ली व मुख्य अतिथि शैलेन्द्र कुमार सिंह, महाप्रबंधक पमरे, अध्यक्षता डॉ आरपी भटनागर , अध्यक्ष , डब्ल्यूसीआरएमएस तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप में शोभन चौधुरी अपर महाप्रबंधक, एमआर गोयल प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी , मंडल रेल प्रबंधक , जबलपुर शिरकत करेगे। अधिवेशन में भोपाल, कोटा तथा जबलपुर मंडलों, मुख्यालय, कोटा-भोपाल कारखानो व शैडों समेत विभिन्न स्टेशनो पर कार्यरत सैकड़ों पदाधिकारी, कार्यकर्ता युवा व महिला कर्मचारी भाग लेंगे।

अधिवेशन में कर्मचारियो की ज्वलंत मुद्दे जिसमें नाईट ड्यूटी एलाउन्स की सीलिंग वापस लो। डी.ए. फ्रीजर को तत्काल रद्द कर एरियर्स सहित तत्काल भुगतान किया जाये। पॉइंट्समैन की 12 घंटे ड्यूटी को पुनः 8 घंटे किया जाये। पेट्रोलमैन की बीच 12 कि.मी. से अधिक न हो तथा कीमैन, पैट्रोलमैन के साथ एक-एक सहायक अनिवार्यताः दिया जाये। श्रमिक विरोधी कोर्ड बिल 2020 को वापस लिया जाये। न्यू अंशदायी पेंशन स्कीम को रद्द किया जाये।

कोरोना महामारी से जान गवाएँ हुये रेल कर्मियो के परिवार को कम से कम 50 लाख अनुग्रह राशि अतिरिक्त स्वीकृत की जाये। कोविड-19 महामारी के दौरान कार्यरत संरक्षा केटेगरी के कर्मचारियो को विशेष बोनस की स्वीकृति दी जाये। कोविड-19 वैक्सीन की प्राथमिकता में रेल कर्मचारियो व उनके परिवार को शामिल किया जाये। न्यूनतम वेतन 26000 हजार करना व फिटमेंट फार्मूला बढ़ाना। रेलवे में एफडीआई, पीपीपी को वापस लिया जाये तथा आउट सोर्सिंग, ठेकेदारी एवं निजीकरण को तुरंत बंद किया जाये। उत्पादकता आधारित बोनस की गणना वास्तविक वेतन के आधार पर की जाये। रेलवे अस्पतालो में चिकित्सको व पैरामेडीकल स्टॉफ की भारी कमी को दूर किया जाये और उत्तम दर्जे की दवाईया उपलब्ध करायी जाये।

इसके अलावा रनिंग कर्मचारियो के कार्य के घंटे को कम करे तथा बारह घंटे की ड्यूटी रोस्टर को समाप्त किया जाये। रेलवे क्वाटर्स और कॉलोनियो की जर्जर हालत को सुधारा जाये। टेक्नीशियन ग्रेड-।। का टेक्नीशिन ग्रेड-। में संविलयन किया जाना चाहिए। माइलेज भत्ते का पुनः निर्धारण तत्काल करते हुए इसमें बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए। LDCE कोटे की भर्ती सभी के लिये लागू किया जाए। TR व रेल पथ पर कार्य करने वाले सभी कर्मचारियों को रिस्क व हार्डशिप अलाऊंस दिया जाए। एक सेवानिवृत्त रेल कर्मी को एक संतान या आश्रित को रेल सेवा में नौकरी दी जानी चाहिए।

इसके साथ ही रेल कर्मचारियों को दिये जाने वाले ड्यूटी प्रिविलेज एवं कॉप्लीमेंटरी यात्रा पासो पर आन लाइन आरक्षण की सुविधा प्रदान की जाए। भारतीय रेल के समस्त कारखाने में बढ़ रही ठेकेदारी पर तुरन्त रोक लगाई जाए। कारखाने के कर्मचारी को 7 वें वेतन आयोग के अनुसार इंन्सेंटिव्ह का भुगतान बडी हुई दर से किया जाये। Act Apprentice प्रशिक्षित को तत्काल सब्सिटयूट में भर्ती किया जाये।  सिग्नल कर्मचारियों का ड्यूटी रोस्टर लागू किया जाए आदि मांगो पर गहन मंथन होगा।