एआईपीईएफ की मांग: ऊर्जा निगमों में आईएएस की जगह नियुक्त किये जायें अनुभवी अभियंता

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकसभा में दिए गए बयान का स्वागत करते हुए ऊर्जा निगमों और विद्युत कंपनियों के सीएमडी और प्रमुख सचिव पद पर बिजली इंजीनियरों को नियुक्त करने की माँग की ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन ने की है।

फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकसभा में आईएएस के सार्वजनिक उपक्रमों में नियुक्ति पर सवाल खड़ा करने और इसे अनुपयोगी बताने का स्वागत करते हुए कहा कि ऊर्जा निगमों में सीएमडी के पदों पर और प्रमुख सचिव ऊर्जा के पद पर ऊर्जा निगमों के योग्य व अनुभवी अभियन्ताओं की तैनाती की जाये।

ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे, उप्र राविप अभियंता संघ के अध्यक्ष वीपी सिंह और महासचिव प्रभात सिंह ने जारी बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में बोलते हुए सार्वजनिक उपक्रमों और तकनीकी विभागों में आईएएस की नियुक्ति को सीधे तौर पर खारिज कर दिया है। ऐसे में यह समय की महती आवश्यकता है कि इंजीनियरिंग विभागों और खासकर ऊर्जा निगमों में सर्वोच्च प्रबंधन और प्रमुख सचिव पद पर तत्काल योग्य बिजली इंजीनियरों को तैनात किया जाए।

अभियंता पदाधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कहना कि सब कुछ बाबू (आईएएस) ही करेंगे, यह कौन सी बड़ी ताकत बना कर रख दी है हमने। और बाबुओं (आईएएस) के हाथ में देश देकर हम क्या करने वाले हैं, सीधा सन्देश है कि इंजीनियरिंग विभागों और उपक्रमों से तत्काल आईएएस हटाकर योग्य अभियंता तैनात किए जाएं।