देश के युवा लेखकों के लिये प्रधानमंत्री लेकर आये हैं ये योजना, हर महीने मिलेंगे 50 हजार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत युवाओं के सशक्तिकरण और एक सीखने वाला इकोसिस्टम बनाने पर जोर दिया है, जो युवा पाठकों, सीखने वालों को दुनिया में भविष्य की नेतृत्व की भूमिकाओं के लिए तैयार कर सकता है। इस लक्ष्य को बढ़ावा देने, और देश की आजादी की 75 वर्षगांठ मनाने के लिए, युवा लेखकों को परामर्श हेतु प्रधानमंत्री की राष्ट्रीय योजना भविष्य के इन लीडर्स की नींव को मजबूत करने में योगदान देगी।

युवाओं की आबादी वाले देशों की सूची में भारत सबसे ऊपर है, हमारे पास युवा शक्ति की भरपूर क्षमता और उर्जा है जिनका उपयोग राष्ट्र निर्माण में किया जा सकता है। यह जन सांख्यिकीय लाभ भारत और उसकी अर्थव्यवस्था को अभूतपूर्व बढ़त प्रदान करता है। रचनात्मक युवा लेखकों की एक नई पीढ़ी को प्रशिक्षण व परामर्श प्रदान देने के लिए राष्ट्रीय स्तर के प्रमुख कार्यक्रम एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत बड़े स्तर पर प्रयास करने की आवश्यकता है।

भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर इस योजना के तहत भारतीय साहित्य के नए प्रतिनिधियों को तैयार करने की परिकल्पना की गई है। हमारा देश पुस्तक प्रकाशन के क्षेत्र में तीसरे स्थान पर है, और स्वदेशी साहित्य की इस निधि को आगे बढ़ाने देने के लिए, यह जरूरी है कि हम इसे वैश्विक स्तर पर पेश करें।

इस योजना से भारतीय विरासत, संस्कृति और ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए युवा लेखकों को तैयार करने में मदद मिलेगी, जोन केवल विविध विषयों पर लिख सकेंगे बल्कि इच्छुक युवाओं को अपनी मातृभाषा में लिखने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का एक अवसर भी प्रदान करेंगे। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री के वैश्विक नागरिक के दृष्टिकोण के अनुरूप होगा और भारत को विश्व गुरु के रुप में पुनः स्थापित करेगा।

यह योजना 30 वर्ष से कम उम्र के युवा लेखकों का एक पूल तैयार करेगी जो खुद को और भारत की संस्कृति को किसी भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाना चाहते हैं, साथ ही इससे भारतीय संस्कृति और साहित्य को विश्व स्तर पर पेश करने में मदद मिलेगी। युवा लेखकों को फिक्शन, नॉन-फिक्शन, यात्रा, संस्मरण, नाटक, कविता और ऐसे विभिन्न शैलियों के लेखन में कुशल बनाने हेतु प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना की अधिक जानकारी के लिये युवा लेखक इस वेबसाइट https://innovateindia.mygov.in/yuva/ पर संपर्क कर सकते हैं।

यह नौकरी के अन्य विकल्पों के समान ही पसंदीदा पेशे के तौर पर पढ़ने और ज्ञान अर्जन को बढ़ावा देगा, जिससे देश के बच्चों को पढ़ाई और ज्ञान को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने की प्रेरणा मिलेगी। इसके अलावा, यह महामारी के मुश्किल वक्त में युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए उन्हें एक सकारात्मक दिशा में प्रेरित करेगा। कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया मेंटरशिप के परिभाषित चरणों के तहत योजना का चरणबद्ध निष्पादन सुनिश्चित करेगी।

युवा लेखकों की चयन प्रक्रिया

MyGov पर अखिल भारतीय प्रतियोगिता के माध्यम से कुल 75 लेखकों का चयन किया जाएगा।

चयन एनबीटी द्वारा गठित एक समिति द्वारा किया जाएगा।

यह प्रतियोगिता 4 जून से 31 जुलाई 2021 तक चलेगी।

मेंटरशिप योजना के तहत प्रतियोगियों को 5000 शब्दों की पांडुलिपि प्रस्तुत करनी होगी ताकि एक पुस्तक की समुचित रचना से संबंधित उपयुक्तता को आंका जा सके।

चयनित लेखकों के नामों की घोषणा 15 अगस्त 2021 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर की जाएगी।

मेंटरशिप के आधार पर, चयनित लेखक मनोनीत मेंटर के मार्गदर्शन में अंतिम चयन हेतु पांडुलिपियां तैयार करेंगे।

विजेताओं की प्रविष्टियां 15 दिसंबर 2021 तक प्रकाशन के लिए तैयार की जाएंगी।

प्रकाशित पुस्तकों का लोकार्पण 12 जनवरी 2022 को युवा दिवस या राष्ट्रीय युवा दिवस पर किया जा सकता है।

पहला चरण – प्रशिक्षण


चयनित उम्मीदवारों के लिए नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया दो सप्ताह का राइटर्स ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित करेगा।

जिसके दौरान दो प्रख्यात लेखकों/एनबीटी के जाने-माने लेखकों के पैनल के मेंटर द्वारा युवा लेखकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

दो सप्ताह के राइटर्स ऑनलाइन कार्यक्रम पूरा होने के बाद, लेखकों को एनबीटी द्वारा आयोजित विभिन्न ऑन लाइन/ऑन-साइट राष्ट्रीय शिविरों में 2 सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

द्वितीय चरण –प्रोत्साहन

युवा लेखकों को साहित्यिक उत्सव, पुस्तक मेला, वर्चुअल बुक फेयर, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि जैसे विभिन्न अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में संवाद के माध्यम से अपनी समझ का विस्तार करने और अपने कौशल को निखारने का अवसर मिलेगा।

मेंटरशिप योजना के तहत मेंटरशिप के अंत में प्रति लेखक 6 महीने (50,000 x 6 = 3 लाख रुपये) की अवधि के लिए प्रति माह 50,000 रुपये प्रति माह के मुताबिक समेकित छात्रवृत्ति का भुगतान किया जाएगा।

मेंटरशिप कार्यक्रम के तहत युवा लेखकों द्वारा लिखी गई पुस्तक या पुस्तकों की सीरीज 0 एनबीटी, भारत द्वारा प्रकाशित की जाएगी।

मेंटरशिप कार्यक्रम के अंत में पुस्तकों के सफल प्रकाशनों पर लेखकों को 10% की रॉयल्टी देय होगी।

विभिन्न राज्यों के बीच साहित्य और सांस्कृतिक आदान-प्रदान सुनिश्चित करने और एक भारत श्रेष्ठ भारत को बढ़ावा देने के लिए प्रकाशित पुस्तकों का अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जाएगा।