रेलवे का निजीकरण हरगिज सहन नहीं करेगा मज़दूर संघ, रेल के पहिये होंगे जाम

जिस दिन रेल लाइन पर निजी कंपनियों की ट्रेन दौड़ेगी, उसी दिन हम पूरे देश में एक साथ रेल का पहिया जाम कर देंगे।

वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के 10वें द्विवार्षिक अधिवेशन के दूसरे दिन संघ के नेताओं ने केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों की जमकर आलोचना की और रेलवे का निजीकरण करने की कोशिश के लिए चेतावनी देते हुए कहा कि अगर रेलवे का निजीकरण किया गया तो रेल के पहिये जाम हो जाएंगे।

पत्रकारों को चर्चा के दौरान एनएफआईआर के महासचिव डॉ. एम राघवैया व  कार्यकारी अध्यक्ष व डबलूसीआरएमएस के अध्यक्ष डॉ. आरपी भटनागर ने कहा कि केंद्र सरकार अपने पूंजीपतियों मित्रों व नीति आयोग की सलाह से लगातार लाभ में चल रहे रेलवे का निजीकरण, निगमीकरण करने का प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि संगठन लगातार केेंद्र सरकार, रेल मंत्रालय को निजीकरण के दुष्परिणामों से अवगत करा रहा है, लेकिन सरकार के कान में जूं नहीं रेंग रही है, किंतु एनएफआईआर किसी भी हाल में ऐसा होने नहीं देगी। जिस दिन रेल लाइन पर निजी कंपनियों की ट्रेन दौड़ेगी, उसी दिन हम पूरे देश में एक साथ रेल का पहिया जाम कर देंगे।

पत्रकारों से चर्चा करते हुए डॉ. राघवैया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल वाराणसी में डीएलडब्ल्यू की प्रशंसा करते हुए कहा था कि वे कभी भी रेलवे का निजीकरण नहीं होने देंगे, लेकिन कुछ माह बाद ही वे रेलवे के निजीकरण व निगमीकरण को बढ़ावा देने में जुट गये। रेलवे की उत्पादन इकाइयों के साथ-साथ 109 प्रमुख रेल मार्गों पर 150 निजी ट्रेनों को चलाने का ऐलान किया गया है, इसे हम हरगिज सहन नहीं करेंगे।

डा. राघवैया ने कहा कि कोरोना काल में देश की जीवन रेखा रेलवे को लगातार चलायमान रखने के लिए रेल कर्मचारियों ने जी तोड़ मेहनत की है, इस दौरान देश में 370 से अधिक रेल कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है, लेकिन केंद्र सरकार ने असंवेदनशीलता दिखाते हुए कर्मचारियों का भत्ता, टीए, डीए पर रोक लगा दी है, जो काफी दुखदायी है। इन कर्मचारियों को कंपनसेशन दिये जाने की मांग लगातार फेडरेशन रेल मंत्री से करती आ रही है।

इस मौके पर डॉ. आरपी भटनागर ने कहा कि सरकार को न्यू पेंशन स्कीम खत्म कर गारंटेड ओल्ड पेंशन स्कीम देना ही होगा। रेल कर्मचारी अपने पूरे कार्यकाल में रेलवे की उन्नति के लिए अपना जीवन लगा देता है, रिटायर के बाद उसकी वृद्धावस्था में उसे गारंटेड पेंशन मिलना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि सरकार से फेडरेशन लगातार गारंटीड पेंशन की मांग करती आ रही है और अब आर-पार के आंदोलन की तैयारी की जा रही है। पत्रकार वार्ता में मजदूर संघ के अमित भटनागर, महामंत्री अशोक शर्मा, सतीश कुमार आदि उपस्थित रहे।