एमपी के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिये शासकीय सेवाओं को सशक्त करने के साथ निजी क्षेत्रों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। निजी स्वास्थ्य संस्थानों ने कोविड काल में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदाय में सराहनीय कार्य किया है। मध्यप्रदेश को स्वास्थ्य सेवाओं में शीर्ष में ले जाने के लिए सशक्त प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य अधोसंरचना विकास, मैनपावर और आधुनिक उपकरण उपलब्धता के लिये व्यवस्थाएँ की गयी हैं। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को सशक्त किया जा रहा है ताकि नागरिकों को निकट स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में ही स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त हो सकें।
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने होटल जहांनुमा पैलेस भोपाल में मध्यप्रदेश नर्सिंग होम एसोसिएशन भोपाल के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया।
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जन स्वास्थ्य को सदैव सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। आयुष्मान योजना के माध्यम से गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों को स्वास्थ्य सुरक्षा कवच प्राप्त हुआ है। अब 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी वरिष्ठ नागरिक आयुष्मान योजना का लाभ पा सकेंगे। आयुष्मान योजना का यह विस्तार वरिष्ठ नागरिकों के राष्ट्र-सेवा में योगदान का सम्मान है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में वर्तमान में 14 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं, 3 नये मेडिकल कॉलेज के संचालन की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है आगामी वर्षों में 8 नये मेडिकल कॉलेज संचालन के लिये कार्य प्रक्रियाधीन हैं। पीपीपी मोड में 12 मेडिकल कॉलेज संचालन के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मध्यप्रदेश कृषि, ऊर्जा और स्वच्छता क्षेत्र में शीर्ष में है, शासकीय एवं निजी स्वास्थ्य संस्थानों के संगठित प्रयास से हम स्वास्थ्य क्षेत्र के विभिन्न मानकों में मध्यप्रदेश को शीर्ष पर ले जाने में सफल होंगे। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल का एमपीएनएचए के पदाधिकारियों ने पुष्पमाल से अभिनंदन किया। उप मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वरिष्ठ चिकित्सकों को सम्मानित किया।
लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने कहा कि निजी क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदाय में महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त और सुलभ करने के लिए आवश्यक प्रयास किये जा रहे हैं। संचालक आईईसी डॉ. रचना दुबे, संचालक एमसीएच डॉ. अरुणा कुमार, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ अरुण श्रीवास्तव, डीन जीएमसी डॉ. कविता सिंह, एमपीएनएचए के अध्यक्ष डॉ. रणधीर सिंह, सचिव डॉ. संजय गुप्ता, डॉ. अजय गोयनका, डॉ. अनूप हजेला सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और एसोसिएशन के सदस्य उपस्थित थे।