मध्यप्रदेश में टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ एसडीएम दफ्तर में जमीन का स्टे लेने पहुंची महिला ने ऑफिस के बाबू पर 50 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि बाबू द्वारा यह कहा गया कि 50 हजार रुपये लाओ तभी स्टे मिलेगा उसके पास इतने रुपये नहीं थे, इसलिए वह अपनी दुधारू गाय को लेकर एसडीएम दफ्तर में पहुंच गई और गाय को दफ्तर के सामने बांध दिया। जिससे कार्यालय में मौजूद अधिकारी कर्मचारी हतप्रभ रह गए।
जानकारी के अनुसार बल्देवगढ़ तहसील के केलपुरा गांव निवासी रामकुंअर लोधी ने बताया कि उसकी जमीन पर गांव के ही दबंग कब्जा कर रहे हैं। मामले की शिकायत लेकर वह थाने पहुंची थी। थाने वालों ने कहा कि एसडीएम कार्यालय से स्टे लेकर आओ। महिला ने बताया कि स्टे के लिए पिछले 8 दिन से लगातार एसडीएम कार्यालय के चक्कर लगा रही है। एसडीएम के बाबू स्टे के लिए 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहे हैं। इतने रुपये उसके पास नहीं हैं। इसलिए आज वह रिश्वत के तौर पर अपनी दुधारू गाय लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंच गई और दफ्तर के बाहर खंभे से बांध दी। उसने कहा कि तहसीलदार और एसडीएम को दो बार आवेदन दे चुकी है लेकिन स्टे नहीं दिया जा रहा है।
महिला ने शुक्रवार दोपहर करीब 4 बजे एसडीएम दफ्तर पहुंचकर तहसीलदार की जीप के सामने गाय को बांध दिया। उसने कहा कि अगर स्टे नहीं मिला तो वह आग लगाकर आत्महत्या कर लेगी। मामला बिगड़ता देख अधिकारी कर्मचारी दफ्तर के बाहर निकले और महिला को समझाने का प्रयास किया।
इस मामले को लेकर बल्देवगढ़ एसडीएम भारती मिश्रा का कहना है कि आज मैं टीकमगढ़ कलेक्ट्रेट में एक बैठक में गई थी। शाम को इस मामले की जानकारी हुई। दफ्तर में पूछताछ में पता चला है कि महिला को इस मामले में 17 अगस्त 2023 को स्टे दिया गया था। एक ही प्रकरण में दोबारा स्टे कैसे दिया जा सकता है।
अनुविभागीय अधिकारी बल्देवगढ़ के 10 अक्टूबर 2024 को पत्र क्रमांक 1684 जारी किया गया जिसमें सफाई देते हुए बताया गया कि आवेदिका द्वारा भूमि खसरा नम्बर 1021 ,6 ग्राम कैलपुरा में स्थगन चाहा गया था । उक्त भूमि के संबंध में पूर्व से स्थगन आदेश जारी था जिस कारण आवेदिका के आवेदन की जांच हेतु तहसीलदार बल्देवगढ़ एवं थाना प्रभारी बल्देवगढ़ को लेख किया गया है। जिससे आवेदिका के द्वारा दबाब बनाने के लिए यह सब किया गया।