मुलताई जिला बैतूल की विशेष न्यायालय ने विद्युत चोरी के मामले में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के बैतूल वृत्त के मुलताई वितरण केंद्र अंतर्गत आरोपी अर्जुन बुवाडे को 22 हजार 810 रुपये जुर्माना तथा अदायगी नहीं करने पर चार माह की सजा सुनाई है। मुलताई न्यायालय के विशेष न्यायाधीश (विद्युत) पंकज चतुर्वेदी ने 19 नवंबर 2024 को निर्णय पारित कर आरोपी अर्जुन बुवाडे को दोषी मानते हुए 22 हजार 810 रूपये प्रतिकर (जुर्माना) अधिरोपित किया है। इस प्रकरण में बिजली कंपनी की ओर से पैरवी अधिवक्ता मनीष नरवरे मुलताई द्वारा की गई।
जेई मुलताई नीरज गुप्ता ने बताया कि घटना 19 सितंबर 2020 की है जब मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के सहायक प्रबंधक बी.के. मरावी ने ग्राम सावरी, तहसील मुलताई का आकस्मिक निरीक्षण किया तो उस दौरान आरोपी अर्जुन बुवाडे द्वारा सौ मीटर सर्विस लाइन से इनकमिंग टेपिंग कर घरेलू बिजली चोरी करते हुए पाया गया। मौके पर आरोपी द्वारा 1625 वॉट विद्युत का अवैध उपयोग करते पाया गया।
प्रकरण में कार्यवाही करते हुए विद्युत अधिनियम की धारा 135 के तहत विद्युत चोरी का अपराध कारित कर पंचनामा बनाया और आरोपी को 22 हजार 07 रुपये प्रोविजनल बिल दिया गया। जब आरोपी अर्जुन बुवाडे ने निर्धारित समयावधि में राशि जमा नहीं की तो बिजली कंपनी के उपमहाप्रबंधक द्वारा विशेष न्यायालय में परिवाद प्रस्तुत किया। साक्ष्य तथा आरोपी द्वारा अपना जुर्म कबूलने के पश्चात मुलताई जिला बैतूल की विशेष न्यायालय ने 22 हजार 810 रूपये जुर्माना तथा जुर्माना अदायगी न करने पर आरोपी को चार माह की सजा सुनाई गई है।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने इस निर्णय के परिप्रेक्ष्य में सभी आम लोगों से आग्रह किया गया है कि वे वैध कनेक्शन लेकर ही बिजली का उपयोग करें। अनधिकृत या अवैध रूप से बिजली चोरी दण्डनीय अपराध है तथा इसमें जुर्माना और कारावास का भी प्रावधान है।