गिरीश चंद्र मुर्मू ने आज भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के रूप में पदभार संभाल लिया। वे गुजरात कैडर के 985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं।
जीसी मुर्मू की नियुक्ति राजीव महर्षि के स्थान पर हुई है, जिन्होंने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले जीसी मुर्मू केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले उपराज्यपाल थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज सुबह राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में जीसी मुर्मू को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, निवर्तमान नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक राजीव महर्षि उपस्थित थे।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद जीसी मुर्मू सीएजी कार्यालयपहुंचे, जहां भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने सीएजी कार्यालय में महात्मा गांधी और बी आर अम्बेडकर की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित किए।
जम्मू-कश्मीर जाने से पहले जीसी मुर्मू ने व्यय विभाग में संयुक्त सचिव, वित्तीय सेवा विभाग एवं राजस्व विभाग में अपर सचिव और फिर विशेष सचिव तथा इसके बाद व्यय विभाग में पूर्णकालिक सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं। दिल्ली में अपने कार्यकाल से पहले जीसी मुर्मू ने गुजरात सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। उन्हें प्रशासनिक, आर्थिक और अवसंरचना क्षेत्रों में कामकाज का व्यापक अनुभव है।