साहित्य भूख: ममता शर्मा By लोकेश नशीने - March 17, 2021 WhatsAppFacebookTwitterTelegramCopy URL भूखा हूँ साहबपरआत्मसम्मान है मेराजमीन पर फेंकी हुई रोटी खाऊँयह अपमान है मेरा चाहे आधी रोटी खाऊँगालेकिनसम्मान की रोटी खाऊँगाकिसी के आगे हाथ नहीं फैलाऊँगा क्योंकिमैं भूखा हूँ साहबभिखारी नहीं ममता शर्मापीजीजीसीजी-42चंडीगढ़