WCRMS में फूट डालने घिनौनी साजिश कर रहे हैं निष्काषित पूर्व अध्यक्ष

वेस्ट सेंट्रल रेलवे मज़दूर संघ में चल रही उठापटक थमने का नाम नहीं ले रही है। एक ओर जहां संघ से निष्कासित पूर्व अध्यक्ष आरपी भटनागर संघ के पदाधिकारियों पर घोटाले का आरोप लगा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अशोक शर्मा गुट का कहना है कि भटनागर पिता-पुत्र अपनी सारी हदें लांघ कर मजबूत और एकजुट वेसेरे मज़दूर संघ को कमजोर और उसमें टूट डालने की घिनौनी साजिश कर रहे हैं।

संघ ने कहा कि संघ के एकजुट कार्यकर्ता पूरी ताकत के साथ वंशवादी विचारधारा और तुगलगी राज के खात्मे के बाद संघ को मजबूती देने और आयातित नेताओ के बहिष्कार का संकल्प दोहराते हुए अडिग हैं। जिससे विरोधियों में खलबली मची हुई है।

भटनागर पिता-पुत्र को wcrms से निकाले  जाने के साथ ही एनएफआईआर ने भी इनको नकार दिया। विगत सप्ताह हवाई जहाज से नई दिल्ली पहुंच कर एनएफआईआर के महामंत्री से संघ में किसी भी तरह पुनः प्रवेश के लिए गुहार लगाई, जिस पर उन्होंने हस्तक्षेप करने इनकार कर दिया, बल्कि एनएफआईआर से पहले ही भटनागर पुत्र को बाहर करते हुए Spl CL/कार्ड पास पर रोक लगा दी। साथ ही  सीआरएमएस से भी बाहर कर दिया।

बहुमत खो चुके हताश पिता पुत्र wcrms को कमजोर करने के लिए नित नए झूठे आरोप लगाकर षड्यंत्रकारी योजनाएं बना रहे हैं। कर्मचारियों के चंदे का दुरुपयोग कर दिल्ली, मुंबई, भोपाल, जबलपुर, इंदौर आदि शहरों की हवाई यात्राओं, महंगे होटलों में रुककर विलासितापूर्ण शैली के रूप में कर रहे हैं। जिससे crms के कर्मचारियों में भी भारी आक्रोश व्याप्त है।