सनातन संस्कृति में माघ मास का विशेष महत्व है और शास्त्रों के अनुसार माघ मास में गंगा नदी सहित पवित्र नदियों में स्नान करना बहुत ही पुण्यदायी और शुभ माना गया है। माघ मास में दान-दक्षिणा और उपवास करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। माघ मास में सूर्य को अर्घ्य देने और भगवान श्रीहरि विष्णु की आराधना करने से सभी सुखों की प्राप्ति होती है।
सनातन पंचांग में महीनों के नाम नक्षत्रों पर आधारित होते हैं और महीनों का बदलना चन्द्र चक्र पर निर्भर करता है। चन्द्रमा जिस नक्षत्र में होता है, उसी के अनुसार महीने का नाम भी उसी नक्षत्र पर रखा गया है। माघ मास की पूर्णिमा तिथि को चंद्रमा मघा और अश्लेषा नक्षत्र में रहता है, इसलिए इस माह को माघ मास कहा जाता है।
वर्ष 2024 में माघ मास शुक्रवार 26 जनवरी 2024 से प्रारम्भ हो रहा है और शनिवार 24 फरवरी 2024 को माघ मास समाप्त होगा। सनातन धर्मावलंबियों द्वारा मान्य विक्रम संवत में माघ मास ग्यारवां महीना होता है। माघ मास की अमावस्या शुक्रवार 9 फरवरी को और माघी पूर्णिमा शनिवार 24 फरवरी 2024 को पड़ेगी।
माघ मास के प्रमुख व्रत और त्यौहार
शुक्रवार 26 जनवरी 2024- माघ प्रारम्भ, गणतन्त्र दिवस
सोमवार 29 जनवरी 2024- संकष्टी चतुर्थी, सकट चौथ
शुक्रवार 2 फरवरी 2024- स्वामी विवेकानन्द जयन्ती, कालाष्टमी
मंगलवार 6 फ़रवरी 2024- षटतिला एकादशी
बुधवार 7 फरवरी 2024- प्रदोष व्रत
गुरूवार 8 फरवरी 2024- मेरु त्रयोदशी, मासिक शिवरात्रि
शुक्रवार 9 फरवरी 2024- माघ अमावस्या, दर्श अमावस्या, मौनी अमावस
शनिवार 10 फरवरी 2024- गुप्त नवरात्रि प्रारम्भ
मंगलवार 13 फरवरी 2024- विनायक चतुर्थी, गणेश जयन्ती, कुम्भ संक्रान्ति
बुधवार 14 फरवरी 2024- वसन्त पञ्चमी, स्कन्द षष्ठी
शुक्रवार 16 फरवरी 2024- रथ सप्तमी, नर्मदा जयन्ती, भीष्म अष्टमी
शनिवार 17 फरवरी 2024- मासिक दुर्गाष्टमी
मंगलवार 20 फरवरी 2024- जया एकादशी, भीष्म द्वादशी
बुधवार 21 फरवरी 2024- प्रदोष व्रत
शनिवार 24 फरवरी 2024- माघ पूर्णिमा, माघी पूर्णिमा, गुरु रविदास जयन्ती, ललिता जयन्ती