नई दिल्ली (हि.स.)। एम्स-एसबीआई डिजिटल रोगी देखभाल कार्ड आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया द्वारा एम्स नई दिल्ली के निदेशक डॉ एम श्रीनिवास और एसबीआई के महाप्रबंधक मंजीत सिंह की उपस्थिति में लॉन्च किया गया।
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने इसे डिजिटल इंडिया के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि यह “वन नेशन, वन एम्स, वन कार्ड” की दिशा में पहला कदम है। इस कार्ड से एम्स नई दिल्ली में कैंटीन सहित किसी भी स्वास्थ्य सेवा शुल्क का भुगतान कर सकता है। एक मरीज इस कार्ड में राशि जमा कर सकता है और इसे एम्स के विभिन्न ब्लॉकों में विभिन्न बिंदुओं पर रिचार्ज कर सकता है। जल्द ही इसे देश के अन्य 22 एम्स तक भी बढ़ाया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “कई मरीज़ दूर-दूर से आते हैं और विभिन्न सेवाओं के लिए अपने साथ नकदी लेकर आते हैं। अब सभी लेनदेन कैशलेस होंगे और इस कार्ड का उपयोग किया जाएगा। उपचार पूरा होने पर कार्ड में शेष राशि मरीज को वापस उनके खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह रोगी देखभाल में गेम-चेंजर साबित होगा।
एम्स-एसबीआई स्मार्ट पेमेंट कार्ड निशुल्क उपलब्ध है। एम्स में मरीज के भर्ती होने के बाद उसे कार्ड जारी किया जाएगा । यह कार्ड मरीज के आभा नंबर या फिर अस्पताल में दिए जाने वाले यूनिक पहचान नंबर दिया जाएगा। एक बार सक्रिय होने के बाद यह कार्ड संस्थान में सभी सेवाओं के लिए विभिन्न कैश काउंटरों पर 24 घंटे कैशलेस भुगतान की सुविधा प्रदान करता है।