नई दिल्ली (हि.स.)। दिल्ली हाई कोर्ट ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश, पवन खेड़ा और रागिनी नायक को निर्देश दिया है कि पत्रकार रजत शर्मा के खिलाफ पोस्ट किए गए अपमानजनक ट्वीट को हटाएं। जस्टिस नीना कृष्णा बंसल की वेकेशन बेंच ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने इस मामले में जरूरत से ज्यादा सनसनी मचाई।
कोर्ट ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि हर नागरिक को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है, लेकिन इसके लिए सच्चाई का सामने आना जरूरी है। कोर्ट ने कहा कि प्रथम दृष्टया कांग्रेस नेताओं के ट्वीट ने न केवल रजत शर्मा की छवि को खराब करने की कोशिश की है बल्कि कांग्रेस नेताओं के ट्वीट के जरिये याचिकाकर्ता की छवि आगे भी खराब की जाएगी। ऐसे में कांग्रेस नेता पत्रकार रजत शर्मा के खिलाफ पोस्ट किए गए ट्वीट को हटाएं। हाई कोर्ट रजत शर्मा की ओर से दाखिल याचिका में कांग्रेस नेताओं से मुआवजे की मांग पर आगे भी सुनवाई जारी रखेगा।
पत्रकार रजत शर्मा ने 4 जून को न्यूज चैनल पर शो के दौरान कथित रूप से कांग्रेस नेता रागिनी नायक को गाली देने के मामले में कांग्रेस नेता जयराम रमेश, पवन खेड़ा और रागिनी नायक के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। रागिनी नायक, जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने अपने ट्विटर हैंडल पर रजत शर्मा पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अपने शो के दौरान रागिनी नायक को गाली दी। रजत शर्मा ने इन आरोपों को मानहानि वाला बताते हुए इन नेताओं के ट्वीट हटाने की अंतरिम मांग की थी।
रजत शर्मा की ओर से पेश वरिष्ठ वकील मनिंदर सिंह ने कहा था कि रजत शर्मा का शो 4 जून का था जबकि रागिनी नायक ने 10 जून को ट्वीट करते हुए रजत शर्मा पर आरोप लगाया था कि उन्होंने ऑन एयर रागिनी नायक को गाली दी। 4 जून का शो 2024 के लोकसभा चुनाव की मतगणना के दौरान का था।
अधिवक्ता मनिंदर सिंह ने कहा कि 6 दिन बाद रागिनी नायक ने जानबूझकर रजत शर्मा के खिलाफ उन्हें बदनाम करने के लिए ट्वीट किया। उस ट्वीट को कांग्रेस नेताओं ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया। ऐसा कर रागिनी नायक और दोनों कांग्रेस नेताओं ने रजत शर्मा को बदनाम करने की कोशिश की।
मनिंदर सिंह ने कहा कि रजत शर्मा पिछले 40 सालों से पत्रकारिता में हैं और वे अपने सभ्य व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने टीवी स्क्रीन पर कभी भी किसी से चिल्लाकर भी बात नहीं की। कांग्रेस नेता रागिनी नायक को भी छह दिन बाद तब पता चला, जब उनके किसी फॉलोवर ने उसे सुना होगा। उसके बाद जानबूझकर रजत शर्मा को बदनाम करने के लिए गाली वाला वीडियो ट्वीट में डाला गया। इसके बाद इंडिया टीवी ने रागिनी नायक और कांग्रेस नेताओं जयराम रमेश और पवन खेड़ा को टैग करते हुए सार्वजनिक रूप से कहा कि उन्होंने जो आरोप लगाए हैं, वे झूठे और बेबुनियाद हैं। इंडिया टीवी ने कहा था कि ये आरोप मानहानि वाले हैं और वे फेक न्यूज की श्रेणी में आते हैं।