मंडला (हि.स.)। मध्यप्रदेश के मंडला में अवैध रूप से गोमांस का कारोबार करने वालों पर कार्रवाई पर हैदराबाद सांसद और एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कार्रवाई को मुलसमानों के खिलाफ नाइंसाफी बताया है। साथ ही कहा है कि यहां केवल मुसलमानों के घर तोड़े जाते हैं। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने औवेसी पर पलटवार करते हुए कहा कि यह मध्य प्रदेश है, इसे हैदराबाद न समझें।
दरअसल, मंडला की घटना को लेकर एआईएमआईएम नेता ओवैसी ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि मध्यप्रदेश सरकार ने कुछ मुसलमानों पर इल्जाम लगाया कि उनके फ्रिज में बीफ था और 11 घरों पर बुलडोजर चला दिया। नाइंसाफी का सिलसिला थमता नहीं। चुनाव के नतीजों से पहले और बाद में भी, घर मुसलमानों के ही तोड़े जाते हैं। कत्ल मुसलमानों के ही होते हैं। जिन्हें झोली भर-भर के मुसलमानों का वोट मिलता है, वो क्यों चुप हैं?
इस पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह औवेसी की दृष्टि हो सकती है। जिसमें वे दो वर्गों की बात करते हैं। बड़े दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि वे जिस वर्ग से आते हैं, वे उस वर्ग को भी लज्जित करते हैं। भारत में संविधान से सरकारें चलती हैं। हमारी सरकार अपराध पर कार्रवाई करना लगातार जारी रखेगी। कानून के अंतर्गत सबको चलना होगा। हम काम्प्रोमाइज नहीं करने वाले हैं। गुंडा तत्वों के खिलाफ सरकार का निर्णय कठोरता से पेश करेंगे। आम जनता पर किसी प्रकार का कोई कष्ट हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरी तरफ से औवेसी को यह बात पहुंचा दीजिए कि वे मध्यप्रदेश को हैदराबाद नहीं समझे। मप्र में भाजपा की सरकार है, जो शरारती गुंडई सब प्रकार के तत्वों से निपटने में सक्षम है।
गौरतलब है कि मंडला के नैनपुर थाना क्षेत्र के भैंसवाही गांव में पुलिस ने बीते शुक्रवार की रात दबिश दी थी। पुलिस की इस कार्रवाई में बताया गया कि 11 घरों से 150 से ज्यादा जीवित गोवंश और भारी मात्रा में गोमांस, हड्डी, चर्बी सहित अन्य अवशेष मिले थे। मामले में एक आरोपी वाहिद कुरैशी को गिरफ्तार कर लिया गया। बाकी आरोपित रात में अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। पुलिस ने इस मामले में 11 एफआईआर दर्ज की। जिसके बाद शनिवार को पुलिस और प्रशासन ने 11 आरोपियों के घरों को बुलडोजर चलाकर ढहा दिया था।
इस मामले में हुई कार्रवाई पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ‘गोवंश पर अत्याचार के जघन्य कृत्य को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मंडला के भैंसवाही में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए करीब 150 गायों को बचाया है। आरोपितों के खिलाफ 11 एफआईआर दर्ज हुई है। इन 11 अतिक्रमणकर्ताओं के 11 मकान और छह गोदाम को अतिक्रमण मुक्त करते हुए कुल 12 हजार 728 वर्ग फीट क्षेत्र से अतिक्रमण हटाया गया है। गोवंश पर अत्याचार करने वालों को स्पष्ट चेतावनी है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।