Friday, September 20, 2024
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बिजली कंपनी के जूनियर इंजीनियर पर उपभोक्ताओं ने लगाए गंभीर आरोप, बिल काे लेकर हुआ भारी हंगामा

आगरमालवा (हि.स.)। विद्युत बिलों में राशि ज्यादा आने से नाराज आगरमालवा जिले के सुसनेर निवासी बिजली उपभोक्ताओं ने विद्युत मंडल के जूनियर इंजीनियर सतीश जाटव को हटाने की मांग को लेकर आज नगर से गुजरने वाले उज्जैन-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 552जी पर चक्काजाम कर दिया।

नागरिकों का कहना है कि सनातन तथा जैन समाज के धर्मस्थलों तथा अन्य लोगों को खपत से अधिक के बिजली बिल दिये जा रहे है तथा उनके पंचनामे भी बनाये जा रहे है। इससे नाराज लोगों ने विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर सतीश जाटव के ऊपर गंभीर आरोप लगाते तथा उनके खिलाफ नारेबाजी करते हुए शनिवार को चक्काजाम कर दिया, इस दौरान सड़क के दोनों और वाहनों की लम्बी-लम्बी करते लग गई। मौके पर पहुंचे तहसीलदार विजय सेनानी द्वारा लोगों को समझाईश दी गई, लेकिन नागरिक जूनियर इंजीनियर सतीश जाटव को हटाने की मांग पर अड़े रहे। चक्काजाम स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा।

मौके पर पहुंचे सुसनेर एसडीएम मिलिंद ढ़ोके को आंदोलनकारियों ने कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन भी दिया, जिसमें लिखा गया है कि विद्युत वितरण कम्पनी के बिजली उपभोक्ताओं को मनमाने तरीके से बिजली के बिल देकर लाखों रूपये की अवैध वसूली के साथ ही कम्पनी के जूनियर इंजीनियर सतीश जाटव द्वारा हिन्दू समाज के धार्मिक स्थलों और लोगों के विरूद्ध द्वेषपूर्वक बिजली चैरी के झूठे प्रकरण पंचनामा तैयार कर झूठी कार्रवाई कर रहे है।

वहीं हिन्दू समाज की आस्था के केन्द्र मंदिरों में पहुंचकर झूठे प्रकरण बनाये जाकर लाखों के बिल दिये जा रहे जिससे हिन्दू समाज में आक्रोश है। इस कार्रवाई की हिन्दू समाजजन कड़ा विरोध करते हुए इस कार्रवाई की निन्दा करता है। ज्ञापन में कहा गया है कि तीन दिनों में जूनियर इंजीनियर सतीश जाटव का अन्यत्र जगह ट्रांसफर कर इनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई नहीं की गई तो सर्व हिन्दू समाज चरणबद्ध आंदोलन करेगा, जिसमें नगर बंद, धरना, चक्काजाम आदि करने के लिये विवश होगा जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

चक्काजाम स्थल पर सुसनेर एसडीएम मिलिंद ढ़ोके ने आंदोलनकारियों को आश्वासन दिया कि आरोपी को अभी कार्य से हटा दिया जाएगा, साथ ही उस पर लगाये गये आरोपों की जांच के साथ ही उनके द्वारा दिये गये बिलों का पुर्नमूल्यांकन कराया जाएगा। एसडीएम से मिले आश्वासन के बाद आंदोलनकारियों ने अपना आंदोलन समाप्त किया।

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