ओ रंगों के त्यौहार
मेरे मन को रंगों से भर दो
ओ रंगों के त्यौहार
खालीपन को तुम
रंग बिरंगे फूलों से भर दो
ओ फागुन के त्यौहार
लाल पीला नीला हरा
सारे रंग तुम मुझे दे जाना
मन की कालिमा तुम
बहुत दूर लेते जाना
दूर रहती थी गुलाल से में
अब इसी गुलाल में
रंगने को जी करता है
खुद भी रंगों से भर जाऊ
और औरों को भी अपने
रंग में भर दूँ
ऐसी दुआ तुम दे जाना
-जया वैष्णव
जोधपुर, राजस्थान
नाम- जया वैष्णव
पति का नाम- दिलीप कुमार वैष्णव
पता- चौपासनी हाउसिंग बोर्ड, जोधपुर
राजस्थान- 342008