मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा संचारण संधारण संभागों की कार्यप्रणाली में आवश्यक सुधार कर बिजली उपभोक्ताओं की सुविधाओं में विस्तार एवं उपभोक्ता संतुष्टि में वृद्धि करने, निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति करने तथा कंपनी के राजस्व को बढ़ाने के उद्देश्य से कंपनी कार्यक्षेत्र में संभाग स्तर पर लागू बूस्ट रेवेन्यू एंड इम्प्रूव कंज्यूमर सर्विसेज (BRICS) योजना-2021 के तहत बेहतर प्रदर्शन करने वाले वृत्त अथवा संभागों को प्रोत्साहन राशि स्वीकृत कर दी गई है। योजना के अंतर्गत बेहतर प्रदर्शन से कंपनी को होने वाले लाभ में से अधिकारियों से लेकर लाइन स्टॉफ तक इन्सेन्टिव भी प्रदान किया जाएगा।
कंपनी द्वारा योजनान्तर्गत तृतीय त्रैमास 2021-2022 में बेहतर प्रदर्शन एवं सीआरपीयू में दिये गये लक्ष्य से अधिक वृद्धि करने पर संचारण संधारण संभाग राघोगढ़ को 12 लाख, 06 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा। राघोगढ़ संभाग ने दिए गए लक्ष्य 0.26 के विरूद्ध 0.68 की बढ़ोतरी हासिल की है।
गौरतलब है कि इस योजना के तहत कंपनी मुख्यालय द्वारा संभाग स्तर पर प्रत्येक संभाग के उपमहाप्रबंधक से त्रैमासिक परफॉरमेंस के आधार पर एक एमओयू हस्ताक्षरित किया गया है एवं संभाग स्तर पर बिजली उपभोक्ताओं की सुविधाओं में विस्तार एवं उपभोक्ता संतुष्टि में वृद्धि करने, निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति करने तथा कंपनी के राजस्व को बढ़ाने के लिए जरूरी व्यवस्थाओं हेतु अतिरिक्त फंड उपलब्ध कराया जा रहा है।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक क्षितिज सिंघल ने कहा है कि उपभोक्ता सेवाओं में सुधार एवं उपभोक्ता संतुष्टि हेतु कंपनी के राजस्व को बढ़ाना आवश्यक है। इस हेतु कंपनी द्वारा वृहद स्तर पर ब्रिक्स योजना लागू की जिसके अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। योजना को तीन श्रेणियों में यथा श्रेणी-एक, दो एवं तीन में बांटा गया है जिसमें श्रेणी-एक के अंतर्गत 4 लाख रूपये, श्रेणी-दो के अंतर्गत ढाई लाख रूपये एवं श्रेणी-तीन के अंतर्गत डेढ़ लाख रूपये का अतिरिक्त त्रैमासिक फंड संभागों के उपमहाप्रबंधक को जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर, मेनपावर, वाहन इत्यादि हेतु उपलब्ध कराया जा रहा है।
प्रबंध संचालक ने कहा है कि योजना के लागू होने से संभाग स्तर पर फंड की कमी की वजह से रूकने वाले कार्य जल्दी होने के साथ-साथ जहॉं एक ओर कंपनी कार्यक्षेत्र में संभाग स्तर पर उपभोक्ता सुविधाओं में वृद्धि हुई है वहीं दूसरी ओर कंपनी के राजस्व और इन्फ्रास्ट्रक्चर में भी सुधार परिलक्षित हो रहा है।