Saturday, April 27, 2024
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गोपियों की प्रेम पगी लाठियां खाने के लिए हर कोई हुआ बेताब, रंग-गुलाल से सराबोर हुई होली

मथुरा (हि.स.)। राधा रानी की नगरी में सोमवार की शाम को बरसाना की रंगीली गली में लठ्ठमार होली का उत्सव शुरू हुआ। राधा रानी की नगरी बरसाना में शाम को दो घंटे तक लट्ठमार होली खेली गई। नंदगांव के हुरियारें सज-धज कर पहुंचे। हुरियारियों (गोपियों) ने उन्हें लाठियों से खूब पीटा। वो हंसते हुए ढाल लगाकर बचते रहे। छतों से अबीर-गुलाल और रंग बरसा। श्रीजी मंदिर में 10 क्विंटल से ज्यादा रंग-गुलाल उड़े।

हर तरफ राधा-कृष्ण के जयकारे गूंजे। सड़क और गलियां रंगों से सराबोर नजर आईं। श्रद्धालुओं ने होली उत्सव का भरपूर आनंद लिया। इस मौके पर राधा-कृष्ण के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। इससे पहले हुरियारें प्रिया कुंड से भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप ध्वजा को लेकर श्रीजी मंदिर के लिए निकले। इस दौरान उन पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए। हुरियारों और गोपियों के बीच संगीत प्रतियोगिता आयोजित हुईं। फाग गीतों से पूरा बरसाना झूम उठा। पुरुष मनमग्न होकर नृत्य करते रहे।

जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार और एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय लठमार होली पर पूरे दिन व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए नजर आए। जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि बैरियर बढ़ाने तथा तीर्थयात्रियों को छोटे समूह में जाने की इजाजत देने के कारण कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। उन्होंने बताया कि एक अनुमान के अनुसार आज मेले में आने वाले तीर्थयात्रियों तथा अन्य की संख्या रविवार से लगभग दूनी थी।

लठामार होली के कारण आज बरसाने में एक प्रकार से मेला लगा हुआ था। चारों ओर सिर ही सिर दिखाई पड़ रहे थे। बरसाने की होली में नन्दगावं के हुरियारें बरसाने की गोपियों के साथ होली खेलते हैं। इसी क्रम में नन्दगांव के हुरियारें आज दोपहर बाद पीली पोखर बरसाने में जब पहुंचे तो बरसाने के लोगों ने उनका स्वागत ठंठाई भांग आदि से किया। यहां पर हुरियारें अपनी पगड़ी, ढाल आदि ठीक करने के बाद समूह के रूप में श्रीजी मन्दिर पहुंचे तथा वहां हो रही समाज गायन में भाग लिया। समाज गायन के बाद हुरियारें जैसे ही होली खेलने के लिए मन्दिर के बाहर रंगीली गली के लिए मुड़े उन पर रंगों की वर्षा होने लगी। रंगीली गली पहुंचने पर हुरियारों ने नया लहंगा और फरिया पहने गोपियों पर व्यंग एवं उनसे हंसी ठिठोली करना शुरू किया तथा गोपियों के नये कपड़ों पर गुलाल एवं रंग डालना शुरू किया।

गोपियों ने पहले तो उन्हें ऐसा करने से रांका किंतु न मानने पर उन्होंने उन पर लाठियों से प्रहार करना शुरू कर दिया जिसे हुरियारें चमड़े की बनी ढालों पर रोक रहे थे। कभी कभी नयी नवेली दो या तीन गोपियां उचक उचक की एक ही हुरियारें की पिटाई करतीं और हुरियारें फुदक फुदक कर उसे रोक रहा था। इसी दौरान रसिया गायन शुरू हो गया।

फाग खेलन बरसाने आए हैं नटवर नन्द किशोर

रसिया गायन के बाद तो हुरियारों की मस्ती देखते ही बनती थी। होली की चरम परिणति में रसिया ’’आज बिरज में होरी रे रसिया’’ का जब गायन शुरू हुआ तो दर्शकों के पैर अपनी सीटों पर थिरक उठे। लगभग डेढ़ घंटे चली इस होली के बाद नन्द के लाला की जय एवं राधा रानी की जैसे होली का समापन हुआ।

प्रशासन की सख्ती के कारण इस बार युवतियों एवं लड़कियों के साथ बाहर से आनेवाले लोग उनकी आंखों में न तो गुलाल झांक सके और ना ही उनके साथ अभद्रता ही कर सके।

किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई घटित

गौरतलब हो कि रविवार को लड्डू होली के दौरान लाडली मन्दिर के प्रवेश द्वार की रेलिंग टूटने से छतरपुर जिले के 34 वर्षीय नीरज गुप्ता, बुलन्दशहर की दो महिलाएं 35 वर्षीय प्रीति शर्मा एवं 22 वर्षीय अवनी घायल एवं चुटैल हो गए थे। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज के बाद एक घंटा उनकी हालत देखकर उनके अनुरोध पर उन्हें घर भेज दिया गया था। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरसाना के चिकित्सक डा0 मनोज वशिष्ठ ने बताया कि आज उनके अस्पताल में लठ्ठमार होली के पहले या बाद में कोई व्यक्ति चिकित्सा के लिए नहीं आया।उधर मन्दिर की प्रबंध समिति के सदस्य सुशील गोस्वामी ने बताया कि आज मन्दिर में किसी प्रकार की अप्रिय घटना नही घटी।

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