ये वायरस है साहब- वाजिद नागौरी

न हिन्दू देखता है न मुसलमान देखता है
ये वायरस है साहब सिर्फ इंसान देखता है

न मंदिर देखता है न मस्जिद देखता है
आने के लिए सिर्फ ये द्वार देखता है

वक्त अभी भी है कि संभल जाओ तुम
घर में रहकर इससे बच जाओ तुम

वरना न जाने कितनों की हस्ती मिटा देगा ये
इतना खतरनाक है कि तबाही मचा देगा ये

-वाजिद नागौरी
ईमेल[email protected]
मोबाइल-7426951324