अगर अगले जन्म भी
इंसान बनना चाहते हो
तो भगवान से डरो।
नहीं तो भांड में जाओ
सब के सब मरो।।
क्योंकि वो मालिक
और हम चाकर।
उससे
डरना बहुत जरूरी है।।
मेरी बात मानो
डर जाओ।
सुधर जाओ
घमंड से उतर जाओ।।
क्योंकि वो मालिक
और हम चाकर।
उससे
डरना बहुत जरूरी है।।
नहीं तो,
प्रेत योनि में पड़ गए जो
फंदे एक हजार के।
बन्द हुए दरवाजे
फिर किसी भी लाभ के।।
इसलिए
समझिए साहब।
भवसागर से
तरना बहुत जरूरी है।।
क्योंकि वो मालिक
और हम चाकर।
उससे
डरना बहुत जरूरी है।।
जीतेन्द्र कानपुरी ‘टैटू वाले’
9118837179