इधर से उधर गए।
लग रहा सुधर गए।
पुलिस और दुष्कर्मी
पीड़ित के घर गए।
फसल हुई अच्छी थी
खेत गधे चर गए।
विज्ञापन हुए नहीं
खाली पद भर गए।
खोज रहे विज्ञानी
गिद्ध थे, किधर गए।
हार-जीत निर्णय सुन
झंडे सब उतर गए।
सरिता प्रदूषित है
जीव-जन्तु मर गए।
गौरीशंकर वैश्य विनम्र
लखनऊ, उत्तर प्रदेश