अरे, टमाटर सातवें आसमान पर: अनामिका गुप्ता

अनामिका गुप्ता

वाह रे टमाटर, वाह रे टमाटर
तू तो बन गया रे हीरो
ऐसी बड़ी तेरी शोहरत
एप्पल भी कर दिया जीरो

जहां भी देखो जिधर भी देखो
बस तेरे ही तेरे चर्चे हैं
जाएं जब जब मंडी में लेने
जियरा कांपै और डरपे है

हर गृहणी का दिल
निराश हो गया
होटल रेस्टोरेंट का खाना
बेस्वाद हो गया

उड़ते उड़ते पहुंच गया
अरे टमाटर सातवें आसमान पर
बेदर्दी अब दया करो रे
धरती के इस इंसान पर

आजा आजा लौट के आजा
हर खासो आम यह कह रहा
रखेंगे तुझे पलकों पर बिठा कर
वादा तुमसे यह मेरा रहा

कब आओगे कब आओगे
तुम्हारी प्रतीक्षा में
जल्दी आना प्लीज़