मेरे मोबाइल में
एक दोस्त का नम्बर है
दोस्त अब नहीं है संसार में
उसका नम्बर अभी भी सेव है
मेरे मोबाइल में
दोस्त के जाने के बाद
उस नम्बर पर
मैंने कभी कोई कॉल नहीं किया
और जानता हूँ
कभी करूँगा भी नहीं
यहाँ तक कि मैंने कभी
यह जानने की कोशिश भी नहीं की
आख़िर वह नम्बर काम करता भी है या नहीं
जब कभी मोबाइल पर
मेरी आँखों के सामने
आ जाता है वह नम्बर
मैं क्षणभर ठहर जाता हूँ
और कुछ सोचने लगता हूँ
दोस्त जो अब नहीं है दुनिया में
उसका नम्बर डिलीट करते हुए
न जाने क्यों?
काँपने लगते हैं मेरे हाथ
मन में कुछ अजीब-सा दरकता है
सोचता हूँ
मोबाइल में जहाँ रह सकते हैं सैकड़ों नम्बर
तो फिर उसी एक नम्बर से
क्या परेशानी?
उसके अलावा
बाकी जितने नम्बर हैं मोबाइल में
उन सभी से भी
कौन-सा रोज बात होती है?
जसवीर त्यागी