संजय अश्क बालाघाटी
9753633830
सदा खिलता-महकता रहे हिन्द का चमन
लहू की सौगात है ये आजाद-ए-वतन
शहादत उनकी कभी भूली नहीं जायेगी,
अवाम उनके नाम के नारे लगायेगी,
सीमा पर तैनात हर सैनिक को है नमन
देश की हिफाजत में सदा हिमालय रहेगा
भारत की सेना का दुश्मनों मे भय रहेगा,
यूं ही तिरंगा फहराते रहेंगे धरती-गगन
लड़ मर जाते हैं हम जरा सी जागीर के लिये
चीरफाड देंगे हम पाक को कश्मीर के लिये,
अब देश के गद्दारों का भी होके रहेगा दमन