छबीली का बचपन लिखूं
मनु का अल्लहड़पन लिखूं
आजादी की जो मशाल बनी
उस लक्ष्मी का जीवन लिखूं
लक्ष्मी की ललकार लिखूं
नारी की तलवार लिखूं
सबसे पहले लगाई हुई
आजादी की हुँकार लिखूं
सन सत्तावन की आग लिखूं
बुंदेले हरबोलों का राग लिखूं
झाँसी की रानी के यशगान में
मैं अपना अटूट अनुराग लिखूं
मर्दानी का अमर गान लिखूं
या अंग्रेजों का मशान लिखूं
दुश्मनों के आगे झुकने न दिया
झाँसी का सम्मान लिखूं
सोनल मंजू श्री ओमर
कानपुर, उत्तर प्रदेश