अनामिका गुप्ता
ढूंढ ना पाई कभी खुद को
तुझमें ही खुद को ढूंढ लिया
पूछ ना पाई कभी खुद से
हर जवाब तुझी में पा ही लिया
देख ना पाई कभी खुद को
तेरे नैनों में खुद को देख लिया
कभी हरा सका न मुझे जमाना
चाहत ने तेरी हरा दिया
यूं तो थी सबसे बेगानी
तेरे इश्क ने अपना बना लिया