कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मादा चीता “ज्वाला” के 2 शावक की मंगलवार की शाम को मृत्यु हो गई है। इसी दिन सुबह एक शावक की मृत्यु हो गई थी। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) जे.एस. चौहान ने बताया कि 23 मई 2023 को एक शावक की मृत्यु पश्चात शेष 3 शावक एवं मादा चीता “ज्वाला” की पालपुर में तैनात वन्य-प्राणी चिकित्सकों और मॉनीटरिंग टीम द्वारा दिन भर लगातार निगरानी की गई। दिन में चीता ज्वाला को सप्लीमेंट फूड दिया गया। दोपहर बाद निगरानी के दौरान शेष 03 शावक की स्थिति सामान्य प्राप्त नहीं हुई। मंगलवार 23 मई का दिन सर्वाधिक गर्म दिन भी रहा।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक जे.एस. चौहान ने बताया कि तीनों शावक की असामान्य स्थिति और गर्मी को देखते हुए प्रबंधन एवं वन्य-प्राणी चिकित्सकों की टीम ने तत्काल तीनों शावकों को रेस्क्यू कर उपचार किया गया पर 2 शावक की स्थिति अधिक खराब होने से बचाया नहीं जा सका। एक शावक को गंभीर हालत में गहन उपचार एवं निगरानी में पालपुर स्थित चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा है। मादा चीता ज्वाला स्वस्थ है, जिसकी सतत निगरानी की जा रही है।
मादा चीता “ज्वाला” हैण्ड रियर्ड चीता है जो पहली बार माँ बनी है। चीता शावकों की उम्र लगभग 8 हफ्ते की है। इस अवस्था में चीता शावक सामान्यत: जिज्ञासु होते है एवं माँ के साथ लगातार चलते है। चीता शावकों ने लगभग 8-10 दिन पहले ही माँ के साथ घूमना शुरू किया था। चीता विशेषज्ञों के अनुसार अफ्रीका में सामान्यत: चीता शावकों का जीवित रहने का प्रतिशत बहुत कम रहता है। स्टेंडर्ड प्रोटोकाल के तहत पोस्टमार्टम की कार्यवाही की जा रही है।