मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बहनों के लिये शुरू की जा रही लाड़ली बहना योजना के आवेदन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च से लेना प्रारंभ किये जायेंगे। योजना में गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवार की महिलाओं को प्रति माह एक-एक हजार रुपये की राशि उनके खाते में अंतरित की जायेगी। हितग्राहियों को चिन्हित करने के लिये गाँव-गाँव और वार्डों में जाकर आवेदन भरवाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने महिलाओं से आहवान किया कि वे योजना में मिलने वाली राशि का उपयोग परिवार को मजबूत बनाने में करें। सीएम चौहान आज विदिशा में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में भोपाल, सागर और उज्जैन संभाग के 24 लाख 94 हजार से अधिक हितग्राहियों को स्वीकृति-पत्र का वितरण कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 73 लाख किसानों के खातों में मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना की राशि एक हजार 465 करोड़ रुपये सिंगल क्लिक से अंतरित की। साथ ही 80 करोड़ 95 लाख 21 हजार रूपये के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया।
सीएम चौहान ने कहा कि मैं अपनी बहनों की जिन्दगी को आसान बनाना चाहता हूँ। पूर्व से संचालित योजनाओं के साथ अब लाड़ली बहना योजना मेरी बहनों की जिन्दगी को सँवारेगी। योजना में मिलने वाली राशि से महिलाएँ अपने बच्चों के लिए दूध, फल और सब्जी की व्यवस्था कर सकेगी। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने हमारी बहुत सी जन-कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया था, वे सभी योजनाएँ पुनः शुरू कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो कहीं नहीं हुआ वह मध्यप्रदेश में हुआ है और जो किसी ने नहीं किया वह आपका भाई शिवराज करेगा। सीएम चौहान ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान से प्रदेश में 83 लाख ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित किया गया, जो शासकीय योजनाओं का लाभ लेने की पात्रता रखते हैं। इन सभी नागरिकों को 38 विभिन्न योजनाओं में लाभान्वित करने स्वीकृति-पत्र वितरण का कार्य प्रदेश में चल रहा है।
सीएम चौहान ने कहा कि हमारी सरकार किसान हितैषी सरकार हैं। पूर्व सरकार ने किसानों के साथ जो छल किया, उसे सुधार करते हुए हमने सरकार में आते ही फसल बीमा की राशि भरी और किसानों को फसल बीमा की राशि दिलाई। उन्होंने कहा कि पिछले सवा 2 साल में हमारी सरकार ने फसल बीमा, राहत राशि उद्यानिकी, सोलर पंप और बिजली सब्सिडी जैसी अनेक योजनाओं में 2 लाख 25 हजार 837 करोड़ रुपये किसानों के खाते में डाले हैं। यह सहयोग निरंतर जारी रहेगा। किसान परिवार के घर में अभी तक 6 हजार रूपये प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और 4 हजार रूपये मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना के प्राप्त हो रहे थे। अब इन किसान परिवारों को 12-12 हजार रूपये लाड़ली बहना योजना के भी मिलेंगे। इस प्रकार एक साल में किसान परिवार को 22 हजार रुपये वार्षिक मिलना शुरू होंगे। उन्होंने बताया कि लाड़ली बहना योजना में हर साल 12 हजार करोड़ रुपये और 5 साल में 60 हजार करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे।
सीएम चौहान ने कहा कि राज्य सरकार गरीबों के कल्याण और उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिये अनेक योजनाएँ चला रही हैं। गरीब के लिए राशन, पढ़ाई, दवाई और आवास की व्यवस्था के लिये महायज्ञ किया जा रहा है। भू-माफियाओं से शासकीय जमीन छुड़वा कर गरीबों के आवास बनाये जा रहे हैं। आयुष्मान योजना में कार्डधारी परिवारों को एक साल में 5 लाख रुपये तक की उपचार सुविधा भी दी जा रही है। लाड़ली लक्ष्मियों और गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवार के प्रतिभाशाली बच्चों की उच्च शिक्षा की फीस भी राज्य सरकार द्वारा भरी जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में एक लाख 14 हजार सरकारी नौकरी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। शिक्षक वर्ग में महिलाओं को 50 प्रतिशत और पुलिस भर्ती में 30 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान रखा गया है। महिलाओं के लिए विशेष आरक्षण व्यवस्था होने से पंचायत एवं नगरीय निकायों में बड़ी संख्या में चुन कर आई महिला जन-प्रतिनिधि अच्छा कार्य कर रही हैं।
वहीं कार्यक्रम से वर्चुअल जुड़े केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रदेश विकास के मार्ग पर चल पड़ा है। मध्यप्रदेश की सरकार गाँव, गरीब और किसान को समर्पित है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हर गरीब के आँसू पोछने का कार्य किया है। हर गाँव में विकास की रोशनी पहुँचायी है। मध्यप्रदेश आज बीमारू राज्य नहीं बल्कि एक विकसित राज्य की श्रेणी में आ खड़ा हुआ है। विकास की इस गाथा में किसी एक व्यक्ति को श्रेय दिया जाना हो तो नि:संदेह उसका श्रेय मुख्यमंत्री श्री चौहान को जाता है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गरीबी उन्मूलन, कुपोषण, गरीब बेटियों के विवाह और जिनका कोई नहीं है उनके लिये संबल जैसी अभूतपूर्व योजनाएँ बना कर और सफलता से क्रियान्वित कर जरूरतमंदों को लाभान्वित किया है। आज प्रदेश बिजली, पानी, सड़क के साथ जैविक खेती में भी अग्रणी है। विश्व के उद्योगपतियों के लिये प्रदेश में सबसे अधिक अनुकूल माहौल है। मुख्यमंत्री के निवेश को बढ़ाने के प्रयास सराहनीय है।