मध्य प्रदेश के सभी आयुष शिक्षक वेतन संशोधन की अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर आयुर्वेद टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ज्ञात रहे कि आयुष शिक्षकों का वेतनमान प्रदेश के अन्य विभागों जैसे चिकित्सा शिक्षा, पशु चिकित्सा, दंत चिकित्सा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा आदि के शिक्षकों की तुलना में बहुत कम है। इस विरोध प्रदर्शन की शुरुआत में आयुष शिक्षकों ने एक सप्ताह तक काली पट्टी बांधकर अपने कर्त्तव्य स्थलों पर कार्य किया।
अगले चरण के रूप में प्रदेश के सभी 9 आयुष महाविद्यालयों के शिक्षकों ने एक आक्रोश रैली निकाली तथा 5 अगस्त दिन शनिवार को शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय जबलपुर के कैंपस में आयुष शिक्षकों ने एकत्र होकर विधिवत कार्यसिद्धि यज्ञ संपन्न किया और ईश्वर से अपनी वेतन वृद्धि के लिए प्रार्थना की। इसी क्रम में दिनांक 7 अगस्त को आयुर्वेद कॉलेज केंपस जबलपुर में झाड़ू लगाकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन का क्रम जारी रखा, यह प्रदर्शन जबलपुर के आयुष कैंपस के साथ साथ ग्वालियर, इंदौर, भोपाल एवं उज्जैन के आयुर्वेद महाविद्यालयों में भी किया गया। वहीं अगले चरण में 10 अगस्त को मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रगट करेंगे। 16 अगस्त को आयुष डॉक्टर्स अपने कक्षों की बजाय कैंपस में पेड़ के नीचे बैठकर ओपीडी में रोगियों को देखेंगे। 21अगस्त को सामूहिक अवकाश और 25 अगस्त से क्रमिक अनशन शुरू करेंगे।
इस दौरान प्रबंधकारी समिति जबलपुर अध्यक्ष डॉ आरके तिवारी, महासचिव डॉ मनोज कुमार सिंह, डॉ आर के गुप्ता, डॉ रवि श्रीवास्तव, डॉ रविकान्त श्रीवास्तव, डॉ आरके तिवारी, डॉ रामकुमार अग्रवाल, डॉ पंकज मिश्रा, डॉ निधि श्रीवास्तव, डॉ ऋतु सोनी, डॉ मंजुला मिश्र, डॉ प्रतिभा बघेल आदि उपस्थित रहे।