मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के साथ-साथ सभी अनाथ बच्चों के जीवन-यापन, आहार, शिक्षा और उनके आसरे की व्यवस्था सरकार और समाज द्वारा की जायेगी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार संवेदना की सरकार है। किसी को भी मजबूर और बेबस नहीं रहने दिया जायेगा। कोरोना काल में बेसहारा हो गये परिवारों के संबंध में भी संवेदनशीलता के साथ निर्णय लिया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण जिन बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ गया है, उन्हें तत्काल सहायता उपलब्ध कराने और उनके गरिमापूर्ण जीवन निर्वाह के लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना 30 मई से शुरू की है।
इस योजना में बच्चों को 5,000 रुपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता दिये जाने के साथ ही, नि:शुल्क राशन और शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। यह योजना एक मार्च 2021 से 30 जून 2021 तक की अवधि में कोविड-19 के कारण हुई मौत के मामलों पर लागू है।