मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुये बिना मास्क लगाये घर से बाहर घूमने वालों को अब ओपन जेल भेजा जायेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मास्क नहीं लगाने वालों तथा कोरोना संबंधी अन्य असावधानियां बरतने वालों को कुछ समय के लिए ओपन जेल में रखा जाए।
उन्होंने कहा कि जो लोग होम आइसोलेशन में हैं, उनके घर के बाहर तत्संबंधी सूचना प्रदर्शित की जाए, जिससे वे घर से बाहर न निकलें। प्रदेश के जिन जिलों में कोरोना संक्रमण अधिक है, वहां क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की सलाह अनुसार वैवाहिक आयोजनों में संख्या संबंधी प्रतिबंध लगाया जाएं, परंतु जिन जिलों में प्रकरण कम हैं, वहां वैवाहिक आयोजनों पर अनावश्यक प्रतिबंध न लगाए जाएं।
मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि जो मरीज होम आइेसोलेशन में हैं, उनकी कमाण्ड एंड कंट्रोल सेंटर्स के माध्यम से कड़ी निगरानी की जाए। आवश्यक होने पर तुरंत उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाए। वे घर से बाहर न निकलें, इस पर सख्त पाबंदी की जाए। प्रदेश में कोरोना के कुल मरीजों में 62 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना की रिकवरी रेट 91.1 प्रतिशत है, पॉजिटिविटी रेट 5.5 प्रतिशत है तथा मृत्यु दर 1.6 प्रतिशत है। कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या 14,677 है तथा प्रदेश में प्रति 10 लाख व्यक्ति कोरोना टेस्ट की संख्या 42 हजार 889 है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बुरहानपुर जिले में घनी आबादी होने के बावजूद कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बुरहानपुर जिले की केस स्टडी करें तथा अन्य जिलों में भी ऐसी व्यवस्था लागू की जाए।
इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना योद्धा डॉ शुभम उपाध्याय कोरोना मरीजों की सेवा करते हुए शहीद हो गए हैं। हमने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की। उन्हें लंग ट्रांसप्लांट के लिए चैन्नई भी ले जाने वाले थे, परंतु इसके पूर्व उनका दु:खद निधन हो गया। हम सभी उनको सादर श्रद्धांजलि देते हैं। उनके परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।