भगवान को प्राप्त करने के तीन मार्ग शास्त्रों में बतलाए गए हैं। कर्म मार्ग, ज्ञान मार्ग एवं भक्ति मार्ग में से भगवान को प्राप्त करने का सबसे सरल भक्ति मार्ग है। निष्काम भक्ति से भगवान अपने भक्तों पर शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने से मन में भक्ति जागृत होती है और जीव को मोक्ष के मार्ग पर अग्रसर करती है।
उक्त उद्गार राष्ट्रीय श्रमजीवी पत्रकार परिषद युवा प्रकोष्ठ जबलपुर संभाग के तत्वाधान में आयोजित मानकुंवर मैरिज गार्डन आईटीआई में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस व्यास पीठ से भागवत कथा प्रवक्ता शिव मंदिर कचनार सिटी (बड़े शंकर जी) विजय नगर के मुख्य आचार्य एवं मां दक्षिणेश्वरी धाम के संस्थापक सुरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने व्यक्त किए। कथा के पूर्व कलश शोभायात्रा निकाली गई।
श्रीमद् भागवत कथा के मुख्य यजमान लीलावती विश्वकर्मा, टीएन कृष्णा विश्वकर्मा, रवींद्र दयावंती कागदीगर ने व्यास पीठ का पूजन कर कथा व्यास सुरेंद्र शास्त्री जी महाराज का पुष्पमाला एवं श्रीफल अर्पित कर स्वागत किया।पूजन अर्चन आचार्य अमित उपाध्याय, संजय शास्त्री ने संपन्न कराया।
इस अवसर पर परिषद के राष्ट्रीय संयोजक नलिनकांत बाजपेयी, राष्ट्रीय अध्यक्ष परमानंद तिवारी, राष्ट्रीय महासचिव गंगाचरण मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष देवशंकर अवस्थी, प्रदेश महासचिव राजेश दुबे, राजीव उपाध्याय, चंद्रशेखर शर्मा, विवेक यादव, जिला अध्यक्ष रविंद्र शर्मा, युवा प्रकोष्ठ के संभागीय अध्यक्ष शुभम शुक्ला, महासचिव सुधीर खरे, प्रवक्ता सत्यजीत यादव, संजय साहू, सृजन शुक्ला उपस्थित रहे। प्रतिदिन दोपहर 2.30 से 6 बजे तक श्रीमद् भागवत कथा पर प्रवचन होंगे।