प्रशासन ने लगातार हो रही तेज बारिश के कारण जबलपुर जिले में स्थित सभी शासकीय एवं अशासकीय शालाओं में कल 22 अगस्त को अवकाश घोषित किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी के अनुसार स्कूलों में अवकाश रखने का यह निर्णय विद्यार्थियों की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुये लिया गया है। स्कूलों में घोषित किया गया यह अवकाश केवल विद्यार्थियों के लिये ही होगा।
वहीं इससे पहले मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि भादो माह में जबलपुर रागाग सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भारी बारिश हो रही है तथा गौराग विभाग द्वारा रेड अलर्ट भी जारी किया गया है, भारी बारिश के चलते शहर के निचले इलाको तथा नदी नालों के नजदीक के ग्रामों में जालप्लावन जौसी स्थिति निर्मित हुई जिसके कारण आवागमन भी प्रभावित हुआ है। अतिवृष्टी के दृष्टिगत जान-माल की सुरक्षा को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों स्कूलों को बन्द रखने के आदेश जारी हुए हैं। भारी बारिश के रेड अलर्ट को देखते हुए छात्र हित में जबलपुर जिले के राणा शासकीय एवं अशासकीय विद्यालय कक्षा 1 से 12 तक अवकाश घोषित किया जावे।
संघ के योगेन्द्र दुबे. अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी. अटल उपाध्याय, मुकेश सिंह, मंसूर बेग, आलोक अग्हिोत्री, आशुतोष तिवारी, डॉ संदीप नेमा, दुर्गेश पाण्डे, वृजेश मिश्रा, नितिन अग्रवाल, श्ययागनारायण तिवारी, मनीष चौबे, योगेन्द्र मिश्रा, मो. तारिक, धीरीन्द्र सोनी, मनोज सेन, आनंद रैकवार, गणेश उपाध्याय, अभिषेक मिश्रा, सोनल दुबे, देवदत्त शुक्ला, विनय नामदेव, प्रियांशु शुक्ला, पवन ताम्रकार, विवेक तिवारी, महेश कोरी. निति शर्मा आदि जबलपुर के संवेदनशील कलेक्टर से गांग की है कि बारशि के रेड अलर्ट के चलते छात्रों की सुरक्षा के दृष्टिगत जिले के सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में अवकाश घोषित किया जावे।
वहीं मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के योगेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, संजय गुजराल, देव दोनेरिया, रवि कांत दहायत ने खतरनाक जर्जर सरकारी स्कूलों की तत्काल मरम्मत करवाने की मांग की है। संयुक्त मोर्चा ने कहा कि सरकारी स्कूलों के छप्पर दरवाजे, खिड़कियों, जर्जर दीवारों और छतों की मरम्मत ना करवाने के कारण अनेक स्कूलों में बरसात का पानी टपक रहा है। अनेक कमरों में पानी भर गया है। जिससे फर्नीचर, स्कूल के रिकार्ड खराब हो रहे रहे है।