मध्य प्रदेश के विदिशा में 16 मार्च 2022 को पेट पूजा होटल में गैर कानूनी रूप से ईमानदार बिजली अधिकारी महाप्रबंधक संपूर्णानंद शुक्ला के विरुद्ध कार्यवाही की गई। जबकि महाप्रबंधक ने जॉइनिंग लेने के साथ ही बिजली माफिया के विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी थी, इससे भयभीत बासौदा के बिजली माफिया जाफर कुरेशी द्वारा षड्यंत्रपूर्वक व गुंडागर्दी कर महाप्रबंधक को फंसाया गया है।
महाप्रबंधक के विरुद्ध की गई गैर कानूनी कार्यवाही की विरोध में विदिशा के समस्त बिजली अधिकारी एवं कर्मचारियों ने यूनाइटेड फोरम के बैनर तले धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यूनाइटेड फोरम का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच उच्च न्यायालय के जज से करवाई जाए, क्योंकि यह मामला प्रदेश की एक ऐसी एजेंसी से संबंधित है, जिसको प्रदेश से भ्रष्टाचार खत्म करने के लिये नियुक्त किया गया है, परंतु महाप्रबंधक संपूर्णानंद शुक्ला के ख़िलाफ़ नियम विरुद्ध कार्यवाही की गई।
महाप्रबंधक संपूर्णानंद शुक्ला द्वार बिजली माफिया के विरुद्ध कार्यवाही शुरू किए जाने से भयभीत बासौदा के बिजली माफिया जफर कुरेशी द्वारा षणयंत्रपूर्वक व गुंडागर्दी कर उनको फंसाया गया। ऐसा कृत्य बेहद निराशाजनक है और इसको देख कर ऐसा प्रतीत होता है कि शासकीय संस्थाएं भी माफियाओं की गिरफ्त में आ चुकी है। यूनाइटेड फोरम का कहना है कि जब तक इस पूरे मामले की जांच उच्च न्यायालय के जज से कराए जाने के आदेश जारी नहीं किए जायेंगे, तब तक बिजली कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार आंदोलन जारी रहेगा।