मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शहपुरा की बीसीएम के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए उन्हें पद से तत्काल हटाया जाये। बीसीएम द्वारा लगातार शासकीय कार्य में लापरवाही की जाती है, वहीं वे बिना सूचना के कभी भी अनुपस्थित रहती हैं। बीसीएम आशा कार्यकर्ताओं, आशा सहयोगियों और कर्मचारियों से अभद्रतापूर्ण व्यवहार करती हैंए इसकी शिकायत आपको पूर्व में भी कर्मचारियों एवं आशा सहयोगियों द्वारा की गई है। बीसीएम अपने कार्य के प्रति उदासीन एवं लापरवाह भी हैं उनके द्वारा राष्ट्रीय योजनाओं एवं प्रादेशिक योजनाओं के दायित्व निर्वहन में रूचि नहीं ली जाती है, वे राष्ट्रीय कार्यक्रमों की रिपोर्ट भी समय पर नहीं भेजती है, जिसके लिए मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा भी उनसे लापरवाही एवं कार्य में उदासीनता के कारण स्पष्टीकरण मांगा गया है।
इतना ही नहीं वे जिस मकान में रह रही है, उनके मकान मालिक द्वारा भी संबंधित थाना प्रभारी को उनके खिलाफ शिकायत की है कि उनके द्वारा मकान का किराया विगत 8 माह से नहीं दिया जा रहा है और अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया जाता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शहपुरा के समस्त स्टाफ से उनकी नहीं बनती है, समस्त स्टाफ से झगड़ा करना उनकी मानसिक प्रवृत्ति है। इनकी कार्यप्रणाली एवं कर्तव्य दायित्वों की उदासीनता के कारण इन्हें तत्काल हटाया जाये।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवरी, अटल उपाध्याय, मुकेश सिंह, मिर्जा मंसूर बेग, सतीश देशमुख, ब्रजेश मिश्रा, दुर्गेश पाण्डे, वीरेन्द्र चंदेल, एसपी बाथरे, चंदू जाउलकर, नितिन शर्मा, गोविंद बिल्थरे, रजनीश तिवारी, डीडी गुप्ता, विश्वास शर्मा, बिट्टू अहलुवालिया, वीरेन्द्र तिवारी, घनश्याम पटेल, राकेश उपाध्याय, प्रशांत श्रीवास्तव आदि ने डॉ संजय मिश्रा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जबलपुर को ज्ञापन सौंपकर बीसीएम के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही कर निलंबित करते हुए अन्यत्र पदस्थ करने की मांग की है।