मध्यप्रदेश पर्यटन निगम के नए विज्ञापन में जबलपुर की घोर उपेक्षा की गई है। मध्यप्रदेश के टूरिस्ट सर्किट से जबलपुर गायब होता जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि जबलपुर के भाजपा नेता विनोद गोंटिया वर्तमान में मध्यप्रदेश पर्यटन निगम के अध्यक्ष हैं।
ज्ञात रहे कि 19 सितंबर को मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों को प्रचारित करने और देश-विदेश के पर्यटकों को मध्यप्रदेश के प्रति आकर्षित करने के लिए प्रदेश के पर्यटन विभाग ने नया टीवी कमर्शियल (विज्ञापन) लॉन्च किया है।
विज्ञापन की थीम ‘जो आया, वो वापस आया, ये एमपी की माया…’ है। 2 मिनिट 22 सेकेंड के इस विज्ञापन में प्रदेश के अनेक पर्यटन स्थलों का जिक्र किया गया है। लेकिन इसमें जबलपुर की उपेक्षा करते हुए शहर और इसके आसपास के पर्यटन स्थलों की अनदेखी की गई है।
इस विज्ञापन में पेंच, पन्ना, बांधवगढ़, भीमबेटका, सतपुड़ा, खजुराहो, ओरछा, ओंकारेश्वर, मांडू, ग्वालियर, शिवपुरी का वर्णन किया गया है, लेकिन जबलपुर और इसके आसपास के पर्यटन स्थलों की अनदेखी करते हुए जबलपुर की घोर उपेक्षा की गई है।
वर्तमान में जबलपुर के भाजपा नेता विनोद गोंटिया मध्यप्रदेश पर्यटन निगम के अध्यक्ष हैं, लेकिन उनके ही विभाग के विज्ञापन में जबलपुर का जिक्र नहीं होना, कई सवाल खड़े कर रहा है। वैसे भी जबलपुर में प्रभावशाली नेतृत्व नहीं होने के कारण हमेशा जबलपुर की उपेक्षा होती आई है।