मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संरक्षक योगेंद्र दुबे एवं जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय ने आरोप लगाया है कि जबलपुर पेंशन कार्यालय के अधिकारी दलालों को पाले हुए हैं और इनके माध्यम से वसूली की जा रही है। दलालों के चंगुल में फंसे पेंशन कार्यालय में बिना चढ़ावा कोई भी फाइल आगे नहीं बढ़ती और किसी भी प्रकरण को स्वीकृति नहीं मिलती।
अटल उपाध्याय ने बताया कि पेंशन कार्यालय के पास बने काफी हाउस, चाय की केंटीन, कार्यालय के सामने की पट्टी या गेट के पास फोटो कापी की दुकान पेंशन केस कराने वालों के अड्डे हैं। पेंशन कार्यालय के अधिकारी को अनेक बार इसकी जानकारी दी जा चुकी है, लेकिन दुधारू गाय रूपी दलालों की अवैध कार्यवाही पर रोक नहीं लगाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग, शिक्षा विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जल संसाधन, वन, राजस्व, आईटीआई, महिला बाल विकास,और स्वास्थ्य विभाग के सेवानिवृत्त हो रहे वाहन चालक, ट्रेसर, मानचित्रकार, चौकीदार, समयपाल, लिपिक, चपरासी, उपयंत्री एवं खानसामा के पेंशन प्रकरणों को कोषालय अधिकारी इन्हीं दलालों के माध्यम से सुलझाने का काम कर रहे हैं। रिटायर हो चुके यह दलाल कार्यालय के सामने घूमते हुए हमेशा देखे जा सकते हैं। पेंशन कार्यालय में तत्काल इन दलालों के अवैध कार्यों पर रोक लगाने की कार्यवाही होना चाहिए।
मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संरक्षक योगेन्द्र दुबे, जिलाध्यक्ष अटल उपाध्याय, संतोष मिश्रा, विश्वदीप पटेरिया, देव दोनेरिया, नरेश शुक्ला, राजेंद्र तेकाम, यूएस करोसिया, संजय गुजराल, मुकेश मरकाम, रविकांत दहायत, अजय दुबे, प्रशांत सोधिया, अर्जुन सोमवंसी, महेश जाटव, रवि बांगड़, योगेंद्र मिश्रा, केजी पाठक, नरेंद्र सेन, चंदू जाऊलकर आदि ने तत्काल पेंशन कार्यालयों से दलालों को हटाए जाने की मांग की है।