भोपाल (हि.स.)। लोकसभा चुनाव में गुना-शिवपुरी सीट से सांसद निर्वाचित होने के बाद केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की राज्यसभा सीट रिक्त घोषित हो गई है। सिंधिया मध्य प्रदेश से 9 अप्रैल 2020 को राज्यसभा के लिए चुने गए थे। इस लिहाज से उनका कार्यकाल अगस्त 2026 का था। इस सीट के लिए अब उपचुनाव होगा।
दरअसल, लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम (आरपी एक्ट), 1951 की धारा 69 (2) के तहत यदि कोई व्यक्ति जो पहले से राज्यसभा का सदस्य है और वह लोकसभा का सदस्य निर्वाचित हो जाता है तो राज्यसभा में उस व्यक्ति की सीट सांसद चुने जाने की तारीख से स्वतः खाली हो जाती है। इसलिए चार जून से ही सिंधिया राज्यसभा के सदस्य नहीं रहे।
मोदी कैबिनेट में सिंधिया को संचार और पूर्वोत्तर विकास मंत्री बनाया गया है। उनके लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद अब उनके करीबी नेता को राज्यसभा भेजे जाने का निर्णय हो सकता है। इनमें गुना के पूर्व सांसद केपी यादव, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया और कांग्रेस से भाजपा में आए विजयपुर विधायक रामनिवास रावत का नाम चर्चा में है, किंतु यह नहीं माना जा सकता है कि जो नाम चर्चा में चल रहे हैं, उन्हीं में से कोई लिया जाए, भाजपा यहां किसी अन्य को भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्थान पर राज्य सभा पहुंचा सकती है ।