न ही कोई चुनाव है, न ही किसी प्रकार का कोई आंदोलन हो रहा है, इसके बावजूद भी आयुध निर्माणी खमरिया में इंटक की कार्यशैली से प्रभावित होकर लाल झंडे के 200 से ज्यादा सदस्यों ने इंटक की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। खमरिया में लगातार कार्यसमिति में काबिज होने के बावजूद लाल झंडा कर्मचारियों को गुमराह करने में लगा हुआ था। गौरतलब है कि पिछले सोसाइटी के चुनाव में सिर्फ सोसाइटी के लिए ही काम कर रही यूनियन को निर्माणी की कर्मचारियों ने नकारते हुए इंटक को 11 सीट में विजयश्री हासिल कराई थी।
भगवान परशुराम के जन्मदिन एवं ईद के मुबारक दिन पर कांग्रेस नेता आलोक मिश्रा, चिंटू चौकसे, शिव यादव, सोनू दुबे एवं वरिष्ठ इंटक नेता अरुण दुबे की मौजूदगी में लाल झंडे के जेसीएम सदस्य राकेश रंजन, कार्यसमिति सदस्य रोहित सेठ, कैंटीन कमेटी सदस्य मुकेश मुखिया, संरक्षा समिति सदस्य प्रमोद यादव, संतोष सिंह, सुबोध, अजीत, सुजीत, अम्बिका, रोहित कुमार, चन्द्र हास, अमरेन्द्र, रामप्रकाश, रविश सिन्हा, धृतेश, कन्हैया कुमार, हेमेंद्र कुशवाहा, राजीव शर्मा, विपिन बिहारी,मनोज कुमार, निखिल सिंह समेत कई डेलीगेट के साथ निर्माणी के विभिन्न अनुभागों के 200 से ज्यादा सदस्यों ने सदस्यता लेकर इसे ऐतिहासिक क्षण में बदल दिया। जिस प्रकार से ढोल नगाड़ों के साथ कर्मचारियों ने समर्थन दिखाया है निश्चित रूप से इंटक यूनियन को स्वतंत्र रूप से कार्य करने में आगे बहुत मदद मिलेगी एवं इसका असर को-आपरेटिव सोसाइटी में भी पडेगा।
यूनियन के महामंत्री आनंद शर्मा ने संचालन के दौरान प्रत्येक कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया एवं आने वाली चुनौतियों जैसे पदोन्नति का मामला, ओपीएस के लिए संघर्ष, बायोमेट्रिक पंच जबरदस्ती थोपे जाने वाला कार्य एवं कई ज्वलंत मुद्दों को लेकर सभी को लामबंद किया। यूनियन के अमित चौबे, अखिलेश पटेल, राकेश जयसवाल, अनिल गुप्ता, अनुपम भौमिक, रमेश यादव, जीवन सिंह, महेंद्र रजक, हृदेश यादव, मो नसीम, आशीष तिवारी, धर्मेंद्र रजक, मुकेश विनोदिया, दीपक कुमार, राहुल चौबे, राजीव रंजन, जीजो सी जैकब, दुर्गेश सोनी, संतोष सिंह, उदय जैसवाल, हरी झरिया, मुकेश पाण्डेय, आनंद तिवारी, बिपिन चौहान, प्रकाश ठाकुर, राम बाबू, अनुज मिश्रा, टी रॉबिन, रविकांत मिश्रा, शनि चौरसिया, सुनील खत्री ने नए सदस्यों का स्वागत किया।