मध्य प्रदेश के बिजली कार्मिक अपनी मांगों के समर्थन में 6 जनवरी से जेल भरो आंदोलन और 7 जनवरी से होने वाले अनिश्चितकालीन कामबंद हड़ताल का आगाज कर रहे हैं। इस बीच इंदौर में 8 से 10 जनवरी तक होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन और 11 एवं 12 जनवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को देखते हुए पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक ने बिजली कर्मियों से हड़ताल इस्थागित करने की गुजारिश की थी, जिस पर बिजली कर्मियों ने दो टूक मना कर दिया है।
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि संघ के प्रांतीय अध्यक्ष शंभू नाथ सिंह को पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक ने वार्ता के लिए आमंत्रित कर इंदौर में 8 से 10 जनवरी तक होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन और 11 एवं 12 जनवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को देखते हुए बिजली कर्मियों का आंदोलन स्थगित करने की गुजारिश की थी।
एमडी के इस प्रस्ताव को शंभू नाथ सिंह ने यह कहते हुए नकार दिया कि तकनीकी कर्मचारी संघ द्वारा तीन माह पूर्व आंदोलन का नोटिस दिया गया था, लेकिन सरकार और बिजली कंपनी प्रबंधन ने आज तक कोई कदम नहीं उठाया और न ही बिजली कर्मियों के साथ वार्ता करने का प्रयास किया गया। सरकार और बिजली कंपनी प्रबंधन के रवैए से निराश बिजली कर्मी अब आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे और बिजली कर्मियों का आंदोलन तय कार्यक्रम के अनुसार जारी रहेगा।
संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि सरकार और ऊर्जा विभाग के रवैए से आक्रोशित बिजली कर्मी आंदोलन के लिए पूरी तरह तैयार हैं और सभी समर्थक संगठनों के पदाधिकारी भोपाल में जुट रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार कर्मचारी संगठनों को शाम तक चर्चा के लिए आमंत्रित कर कोई सार्थक रास्ता निकलती है तो ठीक है, अन्यथा कल 6 जनवरी को जेल भरो आंदोलन किया जायेगा और इसे पश्चात 7 जनवरी से अनिश्चितकालीन कामबंद हड़ताल की जाएगी।