मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने सीधी जिले के सिहावल में 53.26 रुपए करोड की अनुमानित लागत से 132 केवी की 50 किमी सिहावल सीधी लाइन तथा 132 केवी का नया सब-स्टेशन तैयार किया है। इस नये सब-स्टेशन के बनने से जहां सीधी जिले की पारेषण क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, वहीं अब सिहावल क्षेत्र के उपभोक्ताओं को बेहतर गुणवत्ता की बिजली उचित वोल्टेज पर प्राप्त हो सकेगी।
मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि सीधी जिले के सिहावल क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गत दिवस इस सब-स्टेशन को 50 एमवीए क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर के साथ ऊर्जीकत किया गया और 33 केवी फीडरों के माध्यम से उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति प्रारंभ भी कर दी गई है।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जानकारी दी कि इस सब-स्टेशन के बनने से सबसे ज्यादा फायदा गिरूआ क्षेत्र को होगा जिसे पहले 75 किलोमीटर दूरी पर स्थित त्योंथर सबस्टेशन से 33 केवी की सप्लाई मिलती थी, अब गिरूआ क्षेत्र को मात्र 200 मीटर लंबी लाइन से सप्लाई मिलेगी, जिससे इस क्षेत्र को कम व्यवधान की गुणवत्ता पूर्ण बिजली उचित वोल्टेज पर प्राप्त हो सकेगी। इसी तरह बीछी को मिलने वाले सप्लाई 70 किलोमीटर की जगह 22 किलोमीटर लंबी लाइन से मिलने लगेगी, जबकि उकसा और अमिलिया क्षेत्र के लिये मात्र 12 किलोमीटर की लाइन होगी।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि 132 केवी सब-स्टेशन सिहावल से अब इस क्षेत्र के पांच 33/11 केवीके उपकेन्द्रों को 33 केवी के चार फीडरों की मदद से सप्लाई मिला करेगी। इनमें 33 केवी के अमलिया, बीछी (सिंगरौली), गिरूआ व उकसा क्षेत्र शामिल है। जिससे क्षेत्र के तकरीबन 27 हजार विद्युत उपभोक्ता लाभांवित होंगे, जिन्हे गुणवत्ता पूर्ण बिजली न्यूनतम व्यवधान पर मिलेगी।
सिहावल सीधी जिले का पांचवा अति उच्चदाब विद्युत सब-स्टेशन है इसके पहले 220 केवी सब-स्टेशन सीधी, 132 केवी सब-स्टेशन सीधी, 132 केवी सब-स्टेशन रामपुर नेकिन तथा 132 केवी सब-स्टेशन मडवास के माध्यम से सीधी जिले में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी, विद्युत आपूर्ति किया करती थी। इस सब-स्टेशन के प्रारंभ हो जाने से सीधी जिले की पारेषण क्षमता बढकर 600 एमवीए की हो गई, जिसमें 320 एमवीए 220 केवी साइड तथा 280 एमवीए 132 केवी साइड है।
उल्लेखनीय है कि सीधी जिले में पहला अतिउच्चदाब सब-स्टेशन 29 अप्रैल 1987 को 132 केवी सब-स्टेशन सीधी के नाम से प्रारंभ हुआ, तब उसकी क्षमता 20 एमवीए की थी, जो आज बढकर 80 एमवीए हो गई है। 132 केवी सब-स्टेशन रामपुर नेकिन की क्षमता 40 एमवीए, 220 केवी सब-स्टेशन सीधी में 220 केवी सब-स्टेशन साइड की क्षमता 320 एमवीए व 132 केवी साइड की क्षमता 60 एमवीए तथा मडवास 132 केवी सब-स्टेशन की क्षमता 50 एमवीए की है।