मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी के नयागाँव स्थित मानव संसाधन एवं विकास संस्थान जबलपुर में कर्मचारियों एवं अधिकारियों के लिए विभिन्न बहुआयामी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के टेक्निकल डायरेक्टर अविनाश बाजपेई की परिकल्पना के अनुसार कर्मचारियों एवं अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्य चरणबद्ध योजना बनाकर क्रियान्वित किया जा रहा है।
इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अंतर्गत ऐसे विषय जो कार्मिकों के दैनंदिनी कार्य के अंतर्गत आते हैं, किंतु उनका कोई रिफ्रेशर कोर्स नहीं किया गया था, उसे क्रियान्वित किया जा रहा है। इससे न सिर्फ अधिकारी-कर्मचारी प्रोत्साहित तथा लाभान्वित हो रहे हैं, अपितु कंपनी को भी इसका बहुआयामी लाभ प्राप्त हो रहा है।
इसी तारतम्य में विगत दिवस ट्रांसमिशन टैरिफ फार इंजीनियर्स विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें अधीक्षण अभियंता देवाशीष चक्रवर्ती ने अभियंताओं को ट्रांसमिशन टैरिफ निर्धारण के मूल मंत्र सिखाएं। उन्होंने अभियंताओं को ट्रांसमिशन टैरिफ किस प्रकार बनाना है तथा उसे किस प्रकार प्राप्त किया जाता है, इस विषय में रोचक विधि से विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया।
इस कार्यशाला के शुभारंभ पर प्रबंध संचालक इंजीनियर सुनील तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि कहा कि मानव संसाधन एवं विकास संस्थान जबलपुर की स्थापना 1970 में हुई थी। उस समय यह महाकौशल के प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों में गिना जाता था।
उन्होंने कहा कि इस संस्थान में सभी के लिए बहु आयामी और बहु उपयोगी प्रशिक्षण कार्यक्रम लगातार संचालित किए जाने की आवश्यकता है, जिससे इसका लाभ कंपनी एवं सोसाइटी को भी मिल सकेगा। इस अवसर पर मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक इंजीनियर सुनील तिवारी के साथ टेक्निकल डायरेक्टर अविनाश बाजपेई तथा कार्यपालक निदेशक सुधीर अग्रवाल सहित अन्य विभागाध्यक्ष एवं अधिकारी भी उपस्थित थे।