मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि कर्मचारी संघ ने प्रदेश मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री तथा सभी बिजली कंपनियों के प्रबंधन को 15 दिनों का नोटिस देते हुए आंदोलन करने का ऐलान किया गया है।
जिसमें आउटसोर्स कर्मचारियों का विद्युत मंडल की सभी कंपनियों में संविलियन करने एवं ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर भ्रष्टाचार से मुक्त करने की मांग की गई है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के 2013 के जन संकल्प पत्र में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की घोषणा की गई थी, जिसे आज तक पूरा नहीं किया गया है।
संघ के रमेश रजक, एसके मौर्य, जेके कोस्टा, एसके शाक्य, केएन लोखंडे, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, अजय कश्यप, अरुण मालवीय, इंद्रपाल सिंह, सुरेंद्र मेश्राम, आजाद सकवार, जगदीश मेहरा, लखन सिंह राजपूत, विनोद दास, राजेश शरण आदि ने कहा है कि 15 दिनों के अंदर आउटसोर्स कर्मियों का संविलियन एवं संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण मध्यप्रदेश शासन एवं कंपनी प्रबंधन के द्वारा नहीं किया गया तो संघ आंदोलन करने पर बाध्य होगा।