मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को मध्य प्रदेश पुलिस में भर्ती के संबंध में वर्ष 2019 में मंत्रिपरिषद द्वारा निर्णय लिया गया था। अधिसूचना के राजपत्र में प्रकाशन उपरांत जल्द ही भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी।
उक्ताशय की बात मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज शुक्रवार को मंत्रालय में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान कही। बैठक में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डायरेक्टर जनरल पवन जैन, प्रमुख सचिव मनोज गोयल आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि प्रदेश में नए एवं प्रतिभावान खिलाड़ियों को अवसर प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री कप का आयोजन किया जाएगा। गत सरकार ने विधायक कप का आयोजन बंद कर दिया था, जिसे दोबारा शुरू किया जाएगा।
इसके अलावा प्रदेश में हॉकी को आगे बढ़ाने के लिए पुरुष हॉकी अकादमी भोपाल में तथा महिला हॉकी अकादमी ग्वालियर में पुनः स्थापित की जाएंगी। टीटी नगर स्टेडियम में मार्शल आर्ट अकादमी बनाई जा रही है। भोपाल में शूटिंग रेंज का भी विस्तार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ग्वालियर में 50 एकड़ भूमि पर अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर के निर्माण तथा भोपाल में विश्व स्तरीय स्पोर्ट्स साइंस सेंटर के निर्माण की योजना है। स्पोर्टर्स साइंस सेंटर में खिलाड़ियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक तरीके अपनाए जाएंगे।
वहीं जबलपुर के रांझी में तीरंदाजी की विश्व स्तरीय अधोसंरचना बनाए जाने की भी योजना है। बीजलपुर इंदौर में मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण कराया जाएगा।
खेल मंत्री श्रीमती सिंधिया ने बताया कि कोरोना काल में अगस्त माह से प्रदेश की खेल अकादमियों को प्रारंभ कर दिया गया था। यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि गत 5 महीनों में मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने 10 अंतर्राष्ट्रीय एवं 40 राष्ट्रीय पदक अर्जित किए हैं।