केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की संस्था पॉवर फायनेंस के उच्च अधिकारी इंदौर आए और देश में सबसे पहले प्रारंभ की गई रेडियो फ्रिक्वेंसी स्मार्ट मीटरिंग के बारे में जानकारी ली।
मप्रपक्षेविविकं इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर के निर्देश पर स्मार्ट मीटर सेल देश के विभिन्न राज्यों, ऊर्जा से जुड़ी संस्थाओं को स्मार्ट मीटर संबंधी जानकारी और ट्रेनिंग दे रही है। इसी क्रम में पॉवर फायनेंस कार्पोरेशन दिल्ली के आरडीएसएस शाखा प्रभारी और मुख्य महाप्रबंधक राजीव फार्लिया ने स्मार्ट मीटर सेल का दौरा किया।
उन्होंने स्मार्ट मीटर स्थापना, चुनौती, उद्देश्यपूर्ति, उपभोक्ता और शासन हित में मिले परिणाम के बारे में जानकारी ली। उन्होंने विशेष तौर पर इंदौर की स्मार्ट मीटर सेल के प्रभारियों से पूछा कि स्मार्ट मीटर डाटा का कैसे इस्तेमाल होता है, रात्रिकालीन शून्य उपयोग आने पर क्या किया जाता है, बिजली चोरी का संदेह किस प्रकार पता किया जाता है।
इस दौरान बताया गया कि डाटा के बार-बार परीक्षण से संकेत मिलते हैं, इसी आधार पर कार्रवाई की जाती है। मीटर से छेड़छाड़ होने पर भी तुरंत संकेत मिलते हैं। बताया गया कि स्मार्ट मीटर वास्तविक लोड रीड करता है। इंदौर शहर का 35 मेगावाट लोड स्मार्ट मीटरों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर बढ़ाया गया है। अधीक्षण यंत्री डीएस चौहान, सेल के इंजीनियर अंकुर गुप्ता और नईम कुरैशी आदि ने जानकारी दी।