मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के टीकमगढ़ के दिगोड़ा स्थित 132 केवी सब-स्टेशन की सुरक्षा में तैनात किए गए ईगल हंटर कंपनी के अंतर्गत कार्य करने वाले आउटसोर्स सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से निकाल दिया गया है और अब ठेका कंपनी प्रबंधन उनके बकाये वेतन के लिए रुला रहा है। लोकराग न्यूज पोर्टल में इससे पहले प्रकाशित समाचार का असर था कि सुरक्षा कर्मियों को एक-एक करके दो माह का वेतन दे दिया गया है, लेकिन अभी भी एक महीने का वेतन बाकी है।
वहीं सूत्रों ने बताया कि निकाले गए आउटसोर्स सुरक्षा कर्मियों के द्वारा वेतन मांगे जाने पर ईगल हंटर कंपनी का प्रबंधन वेतन देने में हीलाहवाली कर रहा है, वहीं इस बात की शिकायत बिजली कंपनी के अधिकारियों से की गई, तो वे भी ठेका कंपनी पर कार्यवाही करने के बजाए, कर्मचारियों को ही चुप रहने के लिए कह रहे हैं।
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश की बिजली कंपनी में कार्यरत बिजली कर्मियों को हर महीने नियमित रूप से वेतन देने और किसी भी कर्मचारी को नौकरी से न निकालने के निर्देश ऊर्जा मंत्री ने दिए हैं, इसके बावजूद ऊर्जा मंत्री के निर्देशों की अवहेलना करते हुए ठेका कंपनी ने न केवल सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से निकाल दिया, बल्कि वेतन देने में भी रुला रही है।
उन्होंने कहा कि टीकमगढ़ के दिगोड़ा स्थित 132 केवी सब-स्टेशन की सुरक्षा में तैनात रहे सभी आउटसोर्स सुरक्षा कर्मियों का एक माह का वेतन अभी भी बकाया है। लंबित वेतन का भुगतान जल्द से जल्द करते हुए सभी निकाले गए कर्मियों को तत्काल नौकरी पर वापस लिया जाए। क्योंकि ऐसी जानकारी सामने आई है कि आउटसोर्स सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से निकाले जाने के बाद करोड़ों रुपए के सब-स्टेशन की सुरक्षा के लिए कोई भी तैनाती नहीं की गई है।