मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय ने आरोप लगाया है कि पेंशन कार्यालयों में रिटायर और मृत कर्मी के परिजनों को भारी परेशान किया जा रहा है। आपत्ति के नाम पर प्रकरणों का निराकरण ही नहीं किया जाता, कार्यालयों में घूमते दलालों से मिलने के पश्चात ही केसों का निराकरण होता है। दलालों से मिलकर अफसर रिटायर कर्मी तथा मृत कर्मी के परिजनों का खून को चूस रहे हैं।
आपत्ति के नाम पर लाखों रुपये की वसूली का फर्जी रिकवरी चार्ट बनाकर दिखाया जाता है, फिर घूसखोरी के नाम पर वसूली की जाती है। पैसा मिलने के पश्चात वसूली नहीं की जाती। कार्यालयों का अमला और प्रांगण में फैले दल्ले पेंशनर्स को खुलेआम लूटते हैं, जिसकी जानकारी कार्यालयों के अफसरों को भी है।
अनेक बार कर्मचारी संगठनों द्वारा अवैध आपत्ति के नाम पर की जाने वाली अवैध वसूली की जानकारी देकर रोक लगाने की माँग की गई है। जिसके बाद कुछ समय अनैतिक कार्यों में रोक लगने के पश्चात फिर अवैध कार्य प्रारंभ हो जाते है। संभाग और जिले के पेंशन कार्यालय में तत्काल इन अवैध कार्यों पर रोक लगाने की कार्यवाही होना चाहिए।
मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जीतेन्द्र सिंह, योगेन्द्र दुबे, जिलाध्यक्ष अटल उपाध्याय, मुकेश चतुर्वेदी, संतोष मिश्रा, देव दोनेरिया, नरेश शुक्ला, विश्वदीप पटेरिया, योगेश चौधरी, प्रशांत सोंधिया, अजय दुबे, रवि दहायत, एसके वांदिल, संजय गुजराल, योगेन्द्र मिश्रा, सतीश उपाध्याय, दालचंद पासी, नरेंद्र सेन, धीरेंद्र सिंह,आलोक अग्निहोत्री, प्रदीप पटैल, वीरेंद्र तिवारी, चंदू जाऊलकर, पीएल गौतम, रवि बांगड़, अर्जुन सोमवंसी ने तत्काल पेंशन कार्यालयों में कई जा रही अवैध वसूली पर रोक लगाने की मांग की है।