भटनागर एंड संस के निलंबन पर रेल प्रशासन ने लगाई मुहर, WCRMS को मिली तानाशाही से आजादी

एनएफआईआर के सहायक महामंत्री व वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने पत्रकार वार्ता  में बताया कि संघ विरोधी गतिविधियों व भ्रष्टाचार के आरोपित संघ के भूतपूर्व अध्यक्ष आरपी भटनागर व उनके पुत्र (जो रेलवे में कार्यरत नहीं है) भूतपूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अमित भटनागर को संघ की उच्च स्तरीय बैठक 7 अक्टूबर को आयोजित कर सर्वसम्मति से पूर्ण बहुमत के साथ निलंबित कर 3 दिन के अंदर कारण बताओ नोटिस मांगा था, परन्तु दोनों का स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर संघ के संविधान व रेलवे के प्रावधानों के अनुसार सागर में 16 अक्टूबर 2021 को आयोजित केन्द्रीय कार्य समिति व सामान्य सभा की बैठक में संघ से निष्कासित कर दिया गया। वंशवादी व तुगलकी विचारधारा के तानाशाह दोनों भूतपूर्व पदाधिकारियों के निष्कासन पर पमरे प्रशासन ने विगत दिवस मुहर लगा दी।

संघ के अध्यक्ष सीएम उपाध्याय ने कहा कि किसानों के काले कृषि कानून की तर्ज पर श्रमिकों के लिए भी काले श्रम कानून बनाए जा रहा है। जिनको कम से कम रेलवे में हम लागू नहीं होने देंगे, इसके लिए एनएफआईआर के महामंत्री डॉ एम राघवैय्या लगातार सरकार पर दबाव बनाए हुए है।

संघ प्रवक्ता व संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों, मौद्रीकरण निगमीकरण व निजीकरण के खिलाफ लगातार संघ विरोध कर रहा है और रेल संपति, रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों को पूंजीपतियों के यहां गिरवी रखने की सरकार की मंशा को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि एनपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू करने आदि मुद्दे पर संघर्षरत है. केन्द्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों निजीकरण, निगमीकरण व मौद्रीकरण के खिलाफ 13 से 18 सितंबर तक पमरे सहित समूचे भारतीय रेल में विरोध सप्ताह के दौरान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रोष प्रकट किया गया। रेलवे में लगातार कार्य का बोझ बढ़ता जा रहा, नये कार्यों के लिए पदों का क्रिएशन नहीं हो रहा है, बल्कि पदों के सरेन्डरीकरण करने की साजिश की जा रही है।

इसके अलावा रेल मंत्रालय द्वारा PPP model के आधार पर रेलवे अस्पतालों व रेलवे स्कूल के निजीकरण के प्रस्ताव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, बल्कि उग्र आंदोलन किया जाएगा। Night Duty allowance के बेरियर को जल्द समाप्त कराया जा रहा है। ट्रकमेन्टेनर्स, रनिंग स्टाफ समेत समस्त कैटगरी के कर्मचारियों की लंबित समस्याओं का समाधान रेलवे बोर्ड स्तर पर कराया जा रहा है। रेल आवासों की दुर्दशा में सुधार हेतु लगातार दबाव बनाया जा रहा है।

इस दौरान संघ के मंडल अध्यक्ष शुक्ला, मंडल सचिव डीपी अग्रवाल, आरए सिंह, अवधेश तिवारी, जेपी मीना, दीना यादव संदीप श्रोती, धीरू मिश्रा, अनिल चौबे, मंदीप सिंह, तरुण बत्रा, ओपी चौकसे आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।