रेल प्रशासन की अनेदखी से कर्मचारियों की जान जोखिम में, WCRMS ने किया उग्र प्रदर्शन

पश्चिम मध्य रेल प्रशासन की अनदेखी से रेल कर्मचारियों की जान पर बन आयी है और आए दिन कर्मचारी इस लचर व्यवस्था के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो रहे है। संघ प्रवक्ता व सयुंक्त महामंत्री सतीश कुमार ने बताया की विगत 11 फरवरी 2022 को सागर में रेल प्रशासन द्वारा जबरन रात के समय बगैर पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम के कार्य कराए जाने के परिणाम स्वरुप दो पीडब्ल्यूआई साथी मौत के मुंह में समा गये।

उन्होंने बताया कि उक्त घटना के विरोध में आज सोमवार 28 फरवरी को वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ द्वारा अध्यक्ष सीएम उपाध्याय व महामंत्री अशोक शर्मा के मार्गदर्शन में विशाल द्वार सभा कर जमकर प्रदर्शन किया। सभा को संबोधित करते हुये मंडल अध्यक्ष एसएन शुक्ला व मंडल सचिव डीपी अग्रवाल ने कहा कि रेल प्रशासन की नाकामी की कीमत रेल कर्मचारी नहीं चुकाएगा बल्कि वर्क टू रुल काम होगा। कार्य के दौरान रेल कर्मचारियों को पर्याप्त संरक्षा व सुरक्षा के साथ दिन में ही सारे नियमित कार्य होगें।

संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार, डीएन यादव, आरए सिंह ने कहा कि उक्त भयावह घटना के बाद संघ के शीर्ष नेताओं ने पमरे के महाप्रबंधक व प्रमुख मुख्य अभियंता से वार्ता के फलस्वरूप उक्त घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने देने उच्च स्तरीय कमेटी से जांच व रात में नियमित कार्य नहीं कराने का आश्वासन मिला। संघ रेल कर्मियों की हर समस्या के लिये उनके साथ हर समय मजबूती से खड़ा है। वक्ताओं ने न्यू पेंशन सिस्टम को रद्द कर पुरानी पेंशन लागू करने, रनिंग कर्मचारियों के लाइन बाक्स को बंद कराने के तुगलकी फरमान वापस लेने, रेल आवासों की हालत को सुधारने, नाईट ड्यूटी भत्ता पूर्व की तरह लागू करने आदि मांगों की आवाज बुलंद की।

द्वारसभा में अवधेश तिवारी, रोशन यादव, एसआर बाउरी, कुलदीप परसाई, संतोष त्रिवेणी, धीरेन्द्र मिश्रा, पीके पांडे, एसके सिन्हा, ओपी चौकसे, तरुण बत्त्रा, लेखराज बैरवा, मंदीप सिंह, अनिल चौबे, दीपक केसरी, संजय चौधरी, धर्मेन्द्र चौधरी, रफैल जैकव, जेपी मीना, हर्ष वर्मा, संदीप श्रोती आदि उपस्थित रहे।