सुरक्षा कर्मचारी यूनियन (इंटक) ने दिनांक 9 अगस्त 2021 को श्रम संगठनों के आह्वान पर सोमवार की आज सुबह ओएफके के गेट क्रमांक 2 पर कार्यकर्ताओं के साथ महंगाई, बेरोजगारी, श्रम कानूनों में बदलाव, सुरक्षा संस्थानों के निगमीकरण एवं नए अध्यादेश ईडीएसओ 2021 के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।
यूनियन ने इस विरोध प्रदर्शन के साथ-साथ वर्तमान में चल रहे आयुध निर्माणियों के निगमीकरण के विरोध में आंदोलन के खिलाफ पैदा हो रहे संशय के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
आज की द्वार सभा में आईएनडीडब्ल्यूएफ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सदस्य जेसीएम दो अरुण दुबे एवं यूनियन के प्रभारी महामंत्री एवं यूथ आईएनडीडब्ल्यूएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद शर्मा ने अपने भाषण में यह साफ कर दिया कि लड़ाई अभी थमी नहीं है, संघर्ष अभी जारी है और यह संघर्ष अंत तक जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि निगमीकरण के समर्थन की झूठी खबर फैलाकर निर्माण के अन्य संगठन सुरक्षा कर्मचारी यूनियन इंटक को बदनाम करने की साजिश रच रहे थे। उनका उद्देश्य मात्र अपना स्वार्थ सिद्ध करना था, आज की सभा में यह स्पष्ट हो गया।
द्वार सभा में यूनियन के अमित चौबे, अखिलेश पटेल, अनुपम भौमिक, हृदेश यादव, अनिल गुप्ता, जीजो शी जैकब, आशीष तिवारी, धर्मेंद्र रजक, राजीव रंजन, अजब सिंह भातरा, महबूब खान, दुर्गेश बगारे, जीवन सिंह, गुरप्रीत सिंह, मुकेश विनोदिया, राहुल पटेल, शिवम शुक्ला, त्रिनाथ धरुआ, जस्टिन केरकेट्टा, जालिम सिंह धाकड़, अशोक सिंह, अमित सचान, लक्ष्मी पटेल, लोकेश, संतोष, मुकेश पांडे, सुनील नायक, मंसूर अली, सुनील खत्री आदि उपस्थित रहे।